रूस के कजान शहर में हुआ में 9/11 जैसा हमला
इमारतों से जा टकराए ड्रोन, हुए जोरदार धमाके
यूक्रेन से हमला किए जाने का अंदेशा जताया
ड्रोन हमले से हुई तबाही का ब्यौरा नहीं मिला
कजान (रूस), 21 दिसंबर (एजेंसियां)। रूस के कजान शहर में बड़ा ड्रोन हमला हुआ है। कजान में कुछ बहुमंजिला इमारतों से ड्रोन्स टकराए हैं। यह हमला अमेरिका में वर्ष 2001 में हुए 11 सितंबर जैसे हमले की तरह किया गया है। इस हमले में हुए नुकसान की अभी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन जिस तरह से ड्रोन्स रिहायशी इमारतों से टकराए हैं और इमारतों में धमाके हुए और आग लगी, उससे बड़े नुकसान की आशंका है। हमले के वीडियो भी सामने आए हैं। वहीं रूस के कुर्स्क क्षेत्र में रिलस्क शहर में यूक्रेन के मिसाइल हमले में एक बच्चे समेत छह लोगों की मौत की खबर है। हमले में 10 अन्य लोग घायल भी हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये हमले यूक्रेन की तरफ से किए गए हैं। ड्रोन्स हमलों के बाद कजान एयरपोर्ट पर हवाई सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। कजान शहर रूस की राजधानी मॉस्को से करीब 800 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। कजान की छह रिहायशी इमारतों पर ये ड्रोन हमले हुए हैं। कजान शहर यूक्रेन की सीमा से करीब 900 किलोमीटर पूर्व में स्थित है और पूर्व में भी यूक्रेन की तरफ से कजान में ड्रोन हमले किए गए हैं। रूसी रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि उनके बलों ने 12 यूक्रेनी ड्रोन्स को तबाह किया है। यूक्रेनी मीडिया का दावा है कि बीती रात रूस के रोस्तोव में भी दो तेल डिपो में आग लगने की घटना हुई। यह आग भी कथित यूक्रेनी ड्रोन हमले के चलते लगी।
बीते अक्टूबर में ही कजान शहर ब्रिक्स सम्मेलन के चलते दुनिया भर में चर्चा में रहा था। रूस ने कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन किया था। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उस ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। कजान का रूस के इतिहास में अहम स्थान है और ये शहर रूस के उद्योग, संस्कृति और धर्म का प्रमुख केंद्र है। इसे रूस की तीसरी राजधानी या खेल राजधानी भी कहा जाता है। रूस, कजान में कई अंतरराष्ट्रीय खेल कार्यक्रमों की मेजबानी कर चुका है। आर्थिक रूप से कजान एक पावरहाउस है। यह शहर रूस के प्रमुख ट्रक निर्माता कामाज का घर है और यात्री हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कजान के इंजीनियरिंग, कपड़ा और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग काफी समृद्ध हैं।
क्रिसमस मार्केट में दो को कार से रौंदा, 15 की हालत नाजुक
मैगडेबर्ग (जर्मनी), 21 दिसंबर (एजेंसियां)। जर्मनी में आठ साल बाद फिर क्रिसमस मार्केट पर हमला हुआ। इस बार मैगडेबर्ग को निशाना बनाया गया है। शुक्रवार शाम मैगडेबर्ग में क्रिसमस मार्केट में हमले में दो लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हो गए। सऊदी अरब के डॉक्टर ने जानबूझकर बाजार में भीड़ पर कार चढ़ा दी। सैक्सोनी-एनहाल्ट के प्रधानमंत्री रेनर हेसलॉफ ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों में एक बच्चा शामिल है। आरोपी 20 साल से जर्मनी में रह रहा था। सऊदी अरब ने इस हमले की निंदा की है।
इससे पहले भी वर्ष 2016 में जर्मनी में इसी तरह का हमला हुआ था। बर्लिन के एक क्रिसमस बाजार पर एक ट्रक ने हमला किया, जिसमें 12 लोग मारे गए और 56 घायल हुए। हमलावर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ा था। शुक्रवार को मैगडेबर्ग की लोकप्रिय हॉलिडे मार्केट में इस घटना में 68 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 15 की हालत नाजुक है। जर्मनी के आंतरिक मामलों के मंत्री नैन्सी फ़ेसर ने कहा कि यह खबर बेहद चौंकाने वाली है। घायलों की जान बचाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। सुरक्षा अधिकारी हमले से जुड़े साक्ष्य जुटा रहे हैं। जर्मनी केप्रधान मंत्री हेसलॉफ के अनुसार हमला करने वाले ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि उसने अकेले ही यह काम किया है। यह व्यक्तिगत अपराधी है। हमले के पीछे के मकसद की जांच की जा रही है। कार में विस्फोटक नहीं मिला है।
कई यूरोपीय देशों में भीड़ पर वाहन से आतंकी हमले हो चुके हैं। वर्ष 2016 में एक ट्रक चालक ने फ्रांस के नाइस में बैस्टील दिवस समारोह के दौरान प्रोमेनेड डेस एंग्लेस पर भीड़ पर हमला किया, जिसमें 86 लोग मारे गए और 458 घायल हुए। इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। स्पेन के बार्सिलोना स्थित लास रैमब्लास में वर्ष 2017 में एक वैन सैलानियों की भीड़ पर चढ़ गई, जिसमें 13 लोग मारे गए और 130 से अधिक घायल हुए। यह हमला भी इस्लामिक स्टेट से जुड़ा माना गया था। जर्मनी के बर्लिन में वर्ष 2016 में क्रिसमस बाजार पर एक ट्रक ने हमला किया, जिसमें 12 लोग मारे गए और 56 घायल हुए। हमलावर को इस्लामिक स्टेट से जुड़ा बताया गया था। वर्ष 2017 में लंदन के वेस्टमिंस्टर ब्रिज पर एक कार ने भीड़ पर हमला किया, जिसमें पांच लोगों की मौत हुई, और बाद में ब्रिज पर हुई अन्य घटनाएं भी इसी प्रकार की थीं। ये सब आतंकी घटनाएं थीं।