अब स्थानीय युवाओं को बरगलाने में कामयाब नहीं हो पा रहा पाकिस्तान
सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 21 दिसंबर। कश्मीर के मोर्चे से यह खुशी वाली खबर कही जा सकती है कि स्थानीय युवकों को बरगलाने में अब पाकिस्तान कामयाब नहीं हो पा रहा है। इस साल प्रदेश में मारे गए आतंकियों की संख्या इसकी पुष्टि करती है। वर्ष 2024 में अभी तक 64 आतंकी मारे गए। इनमें 42 विदेशी आतंकी थे जबकि 22 जम्मू कश्मीर के नागरिक थे। मारे गए 22 स्थानीय नागरिकों में से मात्र 2 ही ऐसे थे जो एक सप्ताह पूर्व आतंकी खेमे में शामिल हुए थे जबकि बाकी का बतौर आतंकी जीवन 8 महीनों से 3 साल का ही था।
सिर्फ 19 दिसम्बर को कुलगाम में हुई मुठभेड़ में मारा गया हिज्ब का शीर्ष आतंकी कमांडर फारूक नल्ली ही इस साल मरने वाले आतंकियों में ऐसा था जो 15 सालों से कश्मीर में एक्टिव था। जबकि उसके साथ मारे गए उसके 4 साथी 3 से 4 चार साल से कश्मीर में सक्रिय थे। इस साल अभी तक प्रदेश में जो 42 विदेशी आतंकी मारे गए उनमें से 17 वे थे जिन्होंने एलओसी को पार करने का प्रयास किया था। इन सभी को 26 मुठभेड़ों में मार गिराया गया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सबसे अधिक 14 विदेशी आतंकी बारामुल्ला में होने वाली 9 मुठभेड़ों में मारे गए थे। जबकि कुछेक विदेशी आतंकियों को जम्मू संभाग में भी मार गिराया गया है। 12 विदेशी आतंकियों को जम्मू संभाग में मार गिराया गया। प्रदेश में इस साल मारे गए 22 स्थानीय नागरिकों में से सभी को कश्मीर में ही मार गिराया गया था। जबकि सुरक्षाबलों का दावा था कि इस साल मात्र दो युवा ही आतंकवाद की राह पर चले थे।