यूपी की घरेलू महिलाएं खाद्य उद्यमी बनकर पेश करेंगी मिसाल
लखनऊ, 13 मई (एजेंसियां)। उत्तर प्रदेश में घरेलू रसोई से निकलकर अब महिलाएं अपने स्वाद और हुनर को व्यवसाय में बदल सकेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत 121.91 करोड़ रुपए की बड़ी धनराशि स्वीकृत की है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित छोटे-छोटे खाद्य उद्योगों को आधुनिक तकनीक और संसाधनों से सुसज्जित किया जाएगा। यह योजना खासतौर पर उन घरेलू महिलाओं और पारंपरिक कारीगरों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है, जो लंबे समय से स्वरोजगार की तलाश में थीं।
इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को आचार, पापड़, नमकीन, अचार, जैवि
सीएम योगी का फोकस सिर्फ आर्थिक निवेश पर नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव पर भी है। जब गांवों की महिलाएं अपने हाथ से बने उत्पादों को स्थानीय उद्योग के रूप में खड़ा करेंगी, तो न सिर्फ उनकी आमदनी बढ़ेगी, बल्कि पूरे परिवार का सामाजिक स्तर भी ऊपर उठेगा। इससे नारी सशक्तिकरण और ग्रामीण समाज की मुख्यधारा में भागीदारी को भी मजबूती मिलेगी। यह योजना प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बड़ा अवसर दे रही है। महिलाएं अब अपने घरों की चारदीवारी से बाहर निकलकर कारोबारी दुनिया में अपनी पहचान बना सकेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शासन ने यह सुनिश्चित किया है कि इस योजना का लाभ सही पात्रों तक पहुंचे और इसका क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए। योगी सरकार ने यह भी स्पष्ट किया गया है कि सभी खर्च राज्य व केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित कार्ययोजना और दिशा-निर्देशों के अनुसार ही होंगे। अब उत्तर प्रदेश की महिलाएं केवल परिवार की देखभाल तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि वे अपने उत्पादों के जरिए समाज में एक सफल खाद्य उद्यमी की एक नई भूमिका निभाएंगी।