पहलगाम नरसंहार का जख्म भरने में वक्त लगेगा
पर्यटकों की संख्या बढ़ी पर पिछले रिकार्ड से कोसों दूर
जम्मू, 13 जुलाई (ब्यूरो)। सभी पक्ष दावा कर रहे हैं कि कश्मीर में पर्यटन फिर से शिखर की ओर है। पर इस सच्चाई से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता कि पहलगाम नरसंहार के जख्म भरने में समय लगेगा। पर्यटकों की बढ़ती संख्या के बावजूद आने वालों का आंकड़ा पिछले रिकार्ड से कोसों दूर है।
कश्मीर में डल झील के किनारे 17वीं सदी के मध्य में स्थित निशात उद्यान लंबे समय से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करता रहा है। लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, 17वीं सदी में मुगलों द्वारा बनाए गए प्रत्येक राशि चिन्ह को दर्शाने वाले बारह सीढ़ीदार उद्यानों में सन्नाटा छा गया। ढाई महीने बाद, झील के किनारे स्थित जबरवान पहाड़ों की पृष्ठभूमि वाला दूसरा सबसे बड़ा लोकप्रिय उद्यान पिछले कुछ हफ्तों में धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या बढ़ने के बाद फिर से जीवंत हो उठा है, जो घाटी में पर्यटन के पुनरुत्थान को दर्शाता है। हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों का आना बंद हो गया, जिसमें पहलगाम में 25 पर्यटक और एक स्थानीय टट्टू संचालक मारे गए और पर्यटकों की संख्या घटकर मात्र सौ रह गई।
उद्यानों की देखरेख करने वाले एक अधिकारी के बकौल, निशात और सबसे बड़े मुगल उद्यानों शालीमार और चश्माशाही में पर्यटकों की संख्या फिर से बढ़ गई है और प्रतिदिन औसतन 4000-5000 पर्यटक आते हैं। इनमें से 70 प्रतिशत पर्यटक हैं। इन उद्यानों में पर्यटकों की आवाजाही पुष्प कृषि विभाग द्वारा नियंत्रित की जाती है, जो इनके रखरखाव के लिए भी जिम्मेदार है। लेकिन पर्यटकों की संख्या अभी भी 22 अप्रैल से पहले के स्तर तक नहीं पहुंच पाई है, जब उद्यानों में प्रतिदिन औसतन 9,000 पर्यटक आते थे और सप्ताहांत में यह संख्या 12,000 के आंकड़े को पार कर जाती थी।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार, पर्यटकों की संख्या में यह वृद्धि केंद्र और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा आयोजित बैठकों और सम्मेलनों सहित विश्वास निर्माण की पहलों के कारण है। उन्होंने श्रीनगर में 7 और 8 जुलाई को आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय पर्यटन सचिवों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि ये प्रयास फलदायी होंगे और आने वाले दिनों में कश्मीर में पर्यटन फिर से पूरे जोश में आ जाएगा। वैसे जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने देश के प्रमुख पर्यटन मेले, ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर का उद्घाटन करने के लिए कोलकाता का दौरा किया और माना कि इस क्षेत्र में पर्यटन धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौट रहा है। उन्होंने पर्यटन को पुनर्जीवित करने में मदद के लिए केंद्र की भी सराहना की।
पर्यटन विभाग पर्यटकों की ताजा कुल संख्या बताने से कतरा रहा है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि वे धीरे-धीरे बढ़ रही संख्या से खुश हैं। उनका मानना है है कि शरद ऋतु तक, जब चिनार के पत्ते गहरे लाल रंग के हो जाते हैं, पर्यटकों की संख्या में बड़ी वृद्धि की उम्मीद है। कश्मीर ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन के प्रमुख रऊफ तरांबू मानते हैं कि सितंबर तक पर्यटकों की आमद बढ़ने की उम्मीद है, जब कई राज्यों में छुट्टियां होती हैं। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में, आतिथ्य क्षेत्र में 15 प्रतिशत बुकिंग हो रही है और ज्यादातर पर्यटक निम्न और मध्यम वर्ग से हैं।
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