भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश में था मोइद्दीन
कुख्यात नक्सली नेता के खिलाफ एनआईए का आरोप-पत्र
हैदराबाद, 19 जुलाई (एजेंसियां)। भारत की केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने शीर्ष माओवादी नेता सीपी मोइद्दीन उर्फ गिरीश के खिलाफ हैदराबाद स्थित एनआईए की विशेष अदालत में आरोप-पत्र (चार्जशीट) दाखिल किया है। एनआईए ने माओवादी नेता पर भारत विरोधी साजिश के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एनआईए ने सीपी मोइद्दीन पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत आरोप दाखिल किए हैं।
एनआईए की जांच के अनुसार, मोइद्दीन भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की माओवादी साजिश में सक्रिय रूप से शामिल था। जांच के दौरान मिले साक्ष्यों से भाकपा (माओवादी) की पश्चिमी घाट विशेष क्षेत्रीय समिति (डब्ल्यूजीएसजेडसी) में माओवादी अभियानों में उसकी केंद्रीय भूमिका की पुष्टि हुई है। जांच में पता चला कि मोइद्दीन डब्ल्यूजीएसजेडसी की विशेष क्षेत्रीय समिति का सदस्य था और सितंबर 2023 में केंद्रीय समिति के सदस्य संजय दीपक राव की गिरफ्तारी के बाद उसने डब्ल्यूजीएसजेडसी के सचिव का पदभार संभाला था।
एनआईए ने कहा कि मोइद्दीन डब्ल्यूजीएसजेडसी में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) दस्तों की देखरेख करता था, भर्ती अभियानों का नेतृत्व करता था, माओवादी विचारधारा का प्रचार करता था। वह केरल-कर्नाटक-तमिलनाडु त्रि-जंक्शन में सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर हिंसक कार्रवाइयों की योजना बनाता था। मोइद्दीन को अगस्त 2024 में केरल पुलिस ने हिरासत में लिया और जनवरी 2025 में एनआईए ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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