धर्मांतरण के लिए महिला, उसकी बेटी और बहन का अपहरण
लखनऊ, 19 जुलाई (एजेंसियां)। लखनऊ में धर्मांतरण के लिए महिला, उसकी बेटी और बहन का अपहरण का मामला सामने आया है। पुलिस इस मामले में छांगुर गिरोह से कनेक्शन जोड़ रही है। सीतापुर के कमलापुर निवासी सलमान शेख ने मड़ियांव निवासी महिला, उसकी पांच वर्ष की बेटी और बहन का अपहरण कर लिया। महिला के पति का है कि धर्मांतरण के लिए ऐसा किया। उन्होंने मड़ियांव थाने में सलमान के खिलाफ अपहरण व विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत एफआईआर कराई है। पुलिस आरोपी का छांगुर बाबा से कनेक्शन खंगाल रही है। पीड़ित ने परिवार के साथ अनहोनी की आशंका जताई है।
युवक ने बताया कि उसकी पत्नी की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। इस कारण उसने दो माह पहले साली को देखरेख के लिए बुलाया। आरोप लगाया कि सलमान ने उसकी साली को झांसा देकर प्रेम जाल में फंसा रखा था। वह उससे मिलने उनके घर आने लगा। इस दौरान उसने उनकी पत्नी, बेटी और साली को इस्लाम धर्म अपनाने पर कई तरह के प्रलोभन दिए। वह तीनों को अगवा कर ले गया। आरोपी घर में रखे 1.65 लाख रुपए और जेवर भी ले गया है।
सलमान अकसर युवक के घर में मौजूद न रहने पर ही आता था। पीड़ित का कहना है कि उसने कई बार साली को इसके लिए टोका भी, पर वह सलमान को अपना दोस्त बताकर टालमटोल कर देती। आरोप लगाया कि सलमान तीनों को धर्म बदलने पर मोटी रकम मिलने की बात भी कहता था। पत्नी ने जब पीड़ित से इसकी चर्चा की तो उसने इन्कार कर दिया था। युवक का कहना है कि उसे नहीं अंदाजा था कि आरोपी उसके परिवार को भ्रमित कर देगा। पीड़ित का कहना है कि सलमान मंगलवार को तीनों का अपहरण कर भाग निकला। घर पहुंचने पर उन्हें इसकी जानकारी हुई। इसके बाद संभावित स्थानों पर तीनों की खोजबीन की, पर सफलता नहीं मिली। दो दिन बाद वह थाने पहुंचा और आपबीती बताई। पीड़ित ने बताया कि सभी के फोन बंद हैं। पुलिस के मुताबिक सर्विलांस की मदद से आरोपी की लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। आरोपी के साथ और कौन लोग मिले हैं, इसकी जानकारी की जा रही है। इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्र ने बताया कि सलमान की तलाश में दबिश दी जा रही है। जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दूसरी तरफ, आगरा के सदर क्षेत्र से लापता हुईं दो सगी बहनों के अपहरण के मामले में पुलिस ने कोलकाता के बैरकपुर से दो लोगों को पकड़ा है। उन्हें तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लाया जा रहा है। उनके साथ ही ऋषिकेश, बरेली और राजस्थान से एक-एक को पकड़ा है। उन्हें भी पूछताछ के लिए पुलिस ला रही है। युवतियों के मतांतरण कराने वाले गिरोह में फंसने की आशंका है। सदर की युवतियां 24 मार्च को लापता हुई थीं। मामले में पिता ने थाना सदर में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसमें उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर की एक युवती बेटियों का मतांतरण कराकर शादी कराने के लिए बहला-फुसला कर ले गई है। युवती एक बेटी के साथ खंदारी कैंपस में पढ़ती थी। वर्ष 2021 में वह उसको अपने साथ ले गई थी। रास्ते में लैंड स्लाइड हो गया था, तो वो बेटी को वापस ले आई थे। बेटी पूजा-पाठ का विरोध करने लगी थी। दूसरे धर्म की बात करती थी। बड़ी बहन ने छोटी बहन की भी सोच बदल दी। चार मई को पुलिस ने अपहरण की धारा में केस दर्ज कर लिया था।
डीजीपी राजीव कृष्ण के निर्देश पर पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने साइबर थाना, सर्विलांस और एसओजी समेत पुलिस की कई टीमें लगाईं। बाद में पुलिस को बताया गया कि दोनों मतांतरण कराने वाले गिरोह के चंगुल में हैं। इस पर पुलिस टीम कोलकाता के बैरकपुर पहुंची। दोनों बहनों के बारे में जानकारी की। पता चला कि दोनों सुरक्षित हैं। उनकी बरामदगी के प्रयास चल रहे हैं। पुलिस ने कोलकाता के दो लोगों को पकड़ा है। दोनों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड दी। टीम दोनों को लेकर आगरा आ रही है। उधर एक टीम ने उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित समस्तीपुर में दबिश दी। यहां से एक अन्य को पकड़ा। उसे भी लाया जा रहा है। बरेली और राजस्थान के एक आरोपी को पकड़ा है। कुल पांच आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है।
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