Bihar में सरकार गठन की उलटी गिनती शुरू
22 नवंबर से पहले नई सरकार: चिराग पासवान
नयी दिल्ली, 16 नवंबर (एजेंसियां)।
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद राज्य में नई सरकार के गठन की तेज हलचल शुरू हो चुकी है। पटना से दिल्ली तक राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। एनडीए गठबंधन ने इस बार अत्यधिक मजबूत प्रदर्शन करते हुए 243 में से 202 सीटें जीतकर तीन-चौथाई बहुमत हासिल कर लिया है, जिसके बाद अब सरकार गठन महज़ प्रक्रिया भर रह गया है।
इसी बीच केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया कि 22 नवंबर 2025 से पहले बिहार में नई सरकार का गठन हर हाल में हो जाएगा, और सरकार के स्वरूप का ब्लूप्रिंट लगभग तैयार है।
चिराग पासवान ने दिया सरकार गठन का टाइमलाइन—“आज या कल तक ब्लूप्रिंट तैयार”
चिराग पासवान ने रविवार को एएनआई से बातचीत में कहा कि गठबंधन पार्टियों के बीच लगातार बैठकें चल रही हैं और सभी आपसी सहमतियों पर तेजी से अंतिम फैसला ले रहे हैं।
उन्होंने कहा:
“यह जल्द ही हो जाएगा। चर्चा चल रही है। सरकार के ब्लूप्रिंट पर जल्द ही स्पष्टता आ जाएगी। आज रात तक मैं वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा। आज या कल तक सरकार का अंतिम ब्लूप्रिंट तैयार होगा। हमें 22 नवंबर से पहले सरकार बनानी है—यह हो जाएगा।”
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चिराग के इस बयान को पटना और दिल्ली दोनों राजनीतिक गलियारों में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नीतीश कुमार के नाम पर मुहर? चिराग ने दिया साफ संदेश
मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाएँ पिछले कुछ दिनों से चल रही थीं, क्योंकि बिहार राजनीति में कई बार यह देखा गया है कि चुनावों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर बातचीत लंबी चलती है।
लेकिन इस बार चिराग पासवान ने यह विवाद खत्म करते हुए साफ कहा—
“मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए। उन्होंने अच्छा कार्य किया है और जनता ने भी उन्हें स्वीकार किया है।”
चिराग का यह बयान केवल निजी राय नहीं बल्कि NDA की आंतरिक स्थिति का संकेत माना जा रहा है। माना जा रहा है कि—
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बीजेपी
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जेडीयू
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लोजपा (रामविलास)
तीनों दल इस बार पूर्ण सामंजस्य के साथ सरकार का नेतृत्व नीतीश कुमार को सौंपने के लिए तैयार हैं।
लोजपा (रामविलास) ने नीतीश से मुलाकात कर दी बधाई
चिराग ने बताया कि उनकी पार्टी के प्रतिनिधियों ने नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन्हें जीत की बधाई दी है, और नई सरकार में शामिल होने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी।
इससे यह भी तय माना जा रहा है कि इस बार लोजपा (रामविलास) को सरकार में अच्छा प्रतिनिधित्व मिलेगा और उन्हें 2–3 महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए जा सकते हैं।
NDA का भारी जनादेश — 3/4 बहुमत के बाद सरकार गठन औपचारिकता
बिहार की जनता ने इस बार एनडीए के पक्ष में बेहद मजबूत जनमत दिया है—
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कुल सीटें: 243
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एनडीए की सीटें: 202
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विपक्ष की कुल सीटें: 41
यह जनादेश स्पष्ट संकेत देता है कि जनता स्थाई, स्थिर और विकास-उन्मुख सरकार चाहती है।
चिराग पासवान, बीजेपी और जेडीयू के बयान से यह स्पष्ट है कि गठबंधन में किसी प्रकार का मतभेद नहीं है।
कैबिनेट गठन: कौन-कौन होगा मंत्री?
सूत्रों के अनुसार विभागों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है।
### जेडीयू (नीतीश कुमार)
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मुख्यमंत्री
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शिक्षा
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ग्रामीण विकास
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जल संसाधन
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समाज कल्याण
बीजेपी
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गृह मंत्रालय
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वित्त मंत्रालय
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सड़क निर्माण
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स्वास्थ्य
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उद्योग
लोजपा (रामविलास)
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ग्रामीण कार्य
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परिवहन
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सामाजिक न्याय मंत्रालय में एक मंत्री
हम (HAM) और VIP
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प्रत्येक को 1-1 मंत्रालय
यह कैबिनेट संरचना NDA के भीतर शक्ति संतुलन दिखाती है और इस बार सभी दल मजबूत प्रतिनिधित्व चाहते हैं।
नई सरकार की प्राथमिकताएँ—बिहार के विकास का क्या होगा रोडमैप?
नई सरकार बनने के बाद बिहार के सामने कई अहम चुनौतियाँ हैं, जिन्हें आने वाले 5 साल का रोडमैप तय करेगा।
नीचे सरकार की संभावित प्राथमिकताएँ हैं—
1. रोजगार सृजन
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युवाओं को नौकरी देने के लिए नई भर्ती प्रक्रिया
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उद्योग नीति का बड़ा विस्तार
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आईटी सेक्टर में निवेश आकर्षित करने की योजना
2. कानून व्यवस्था में सुधार
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पुलिस बल में बड़ी भर्ती
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महिला सुरक्षा के लिए विशेष इकाइयाँ
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साइबर अपराध पर विशेष टास्क फोर्स
3. स्वास्थ्य सेवाएँ
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जिला अस्पतालों का आधुनिकीकरण
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर और दवाओं की उपलब्धता
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मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने की योजना
4. कृषि और किसानों की हालत सुधारना
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सिंचाई परियोजनाओं में तेज काम
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फसल सहायता और MSP विस्तार
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डेयरी और पशुपालन में निवेश
5. सड़क और बुनियादी ढाँचा
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राष्ट्रीय राजमार्ग
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ग्रामीण सड़कें
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नए पुल और फ्लाईओवर
इन प्राथमिकताओं पर पहले 100 दिनों में ठोस कदम उठाए जाने की संभावना है।
विपक्ष में कलह—RJD में उथल-पुथल
जहाँ NDA सरकार गठन की तैयारी में है, वहीं RJD में अंदरूनी विवाद की चर्चा जोरों पर है।
तेजस्वी यादव पर चुनाव परिणाम से गुस्साए कार्यकर्ताओं द्वारा बहन रोहिणी आचार्य पर चप्पल फेंकने की खबर सामने आई थी, हालांकि RJD ने इस खबर को झूठ बताया है।
इसके बावजूद RJD में हार को लेकर—
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टिकट वितरण पर नाराजगी
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बूथ प्रबंधन की कमजोरियों
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नेतृत्व पर सवाल
जैसे मुद्दों पर चर्चा तेज है।
दिल्ली से पटना तक एक्टिव हुए वरिष्ठ नेता
सूत्रों के अनुसार—
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अमित शाह
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जेपी नड्डा
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राजीव रंजन सिंह (ललन)
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संजय जायसवाल
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चिराग पासवान
लगातार बैठकें कर रहे हैं।
दिल्ली में शनिवार रात तक हुई बैठक में अंतिम रूप से विभागों के बंटवारे और शपथ ग्रहण समारोह की तारीख पर चर्चा हुई।
शपथ ग्रहण की संभावित तारीख
सूत्रों के अनुसार—
➡ 20 या 21 नवंबर
को नई सरकार शपथ ले सकती है।
क्योंकि 22 नवंबर को विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इसलिए इससे पहले हर हाल में सरकार बनना जरूरी है।
बिहार की राजनीति अपने निर्णायक मोड़ पर खड़ी है।
एनडीए को मिला भारी जनादेश स्पष्ट संकेत है कि जनता इस बार भी स्थिर सरकार चाहती है। चिराग पासवान का बयान इस बात की पुष्टि करता है कि गठबंधन के भीतर सबकुछ सुचारू रूप से चल रहा है।
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नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे
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कैबिनेट गठन लगभग तय
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22 नवंबर से पहले सरकार शपथ लेगी
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नई सरकार रोजगार, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था पर फोकस करेगी
आने वाले कुछ दिनों में बिहार की राजनीतिक तस्वीर बिल्कुल साफ हो जाएगी और नए अध्याय की शुरुआत हो जाएगी।

