‘बंगला नहीं छोड़ेंगे’—राबड़ी देवी का हठ या सत्ता की आदत?

राजनीति में नैतिकता का दिवाला

‘बंगला नहीं छोड़ेंगे’—राबड़ी देवी का हठ या सत्ता की आदत?

पटना, 27 नवम्बर (एजेंसियां)। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को आवंटित सरकारी आवास खाली करने को लेकर बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। राज्य भवन निर्माण विभाग द्वारा उन्हें विपक्ष की नेता के लिए निर्धारित आवास—39, हार्डिंग रोड—में स्थानांतरित होने का निर्देश जारी किए जाने के बाद राजद ने इस फैसले को “राजनीतिक द्वेष” करार दिया है।

राजद की बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने दो टूक कहा कि राबड़ी देवी लगभग दो दशक से जिस सरकारी बंगले—10, सर्कुलर रोड—में रह रही हैं, उसे “चाहे कुछ भी हो जाए, खाली नहीं किया जाएगा।” यह बंगला मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के ठीक सामने स्थित है और लंबे समय से लालू-राबड़ी परिवार का आवास रहा है।

मंडल ने आरोप लगाया कि यह निर्णय सत्तारूढ़ एनडीए की राजनीतिक प्रतिशोध की मंशा से प्रेरित है। उन्होंने सवाल उठाया कि विपक्ष की नेता के लिए बंगला निर्धारित करने में सरकार को दो दशक क्यों लग गए। उनका तर्क था कि चूंकि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी दोनों ही राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, इसलिए 10, सर्कुलर रोड का बंगला पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए सुरक्षित रखा जाना चाहिए था।

गौरतलब है कि राबड़ी देवी 1997 से 2005 तक बिहार की मुख्यमंत्री रहीं और राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। वह 2018 से बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हैं।

Read More धक्कामुक्की कांड पर कांग्रेस की सफाई पर बीजेपी का काउंटर अटैक, पूछा- अब गुंडे संसद जाएंगे?

इस विवाद के बीच हाल में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों ने भी राजनीतिक वातावरण को और गरमाया है। एनडीए ने 243 में से 202 सीटें जीतकर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। भाजपा को 89, जेडीयू को 85, लोजपा (रामविलास) को 19, एचएएमएस को पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटें मिलीं। दूसरी ओर, महागठबंधन को महज 35 सीटों से संतोष करना पड़ा, जिसमें राजद को 25, कांग्रेस को छह, सीपीआई(एमएल)(एल) को दो, IIP को एक और सीपीआई(एम) को एक सीट मिली।
एनडीए ने 15 वर्षों में दूसरी बार 200 से अधिक सीटें जीतकर तीन-चौथाई बहुमत हासिल किया है।

Read More बैग में रख लाया था ऐसी डिवाइस, एयरपोर्ट पर हड़कंप