बिहार में रोजगार क्रांति की शुरुआत: नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान
—5 साल में 1 करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी!
पटना, 27 नवम्बर (एजेंसियां)। बिहार में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर बड़ा रोजगार वादा करते हुए कहा है कि अगले पांच वर्षों में राज्य के 1 करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। दावा आक्रामक है, लक्ष्य विशाल है, और आलोचकों का कहना है कि यह “जुमला बनाम ज़मीन पर हकीकत” की अग्निपरीक्षा होगी।
नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। उन्होंने यह भी दोहराया कि सात निश्चय–2 के तहत वर्ष 2020–25 के बीच 50 लाख युवाओं को रोजगार दिया जा चुका है। अब 2025–30 के बीच लक्ष्य दोगुना करते हुए 1 करोड़ रोजगार देने का वादा किया गया है।
उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद सभी विभागों, आयुक्तों, पुलिस मुख्यालयों और जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि 31 दिसम्बर 2025 तक सभी रिक्तियों का विवरण सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया जाए, ताकि नियुक्ति प्रक्रिया तेज हो सके।
नीतीश ने सभी नियुक्ति आयोगों को निर्देश दिया है कि वे जनवरी 2026 में पूरे साल का भर्ती कैलेंडर जारी करें, जिसमें विज्ञापन की तिथि से लेकर अंतिम परिणाम तक का पूरा शेड्यूल स्पष्ट रूप से लिखा हो। इसके साथ ही उन्होंने यह सख्ती भी जोड़ी कि ऐसी कोई भी परीक्षा जिसमें विज्ञापन जारी होने से परिणाम तक एक साल से अधिक लगे—अस्वीकार्य होगी।
मुख्यमंत्री ने परीक्षाओं की पारदर्शिता पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने CBT के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी जारी किए ताकि परीक्षाएं समय से और निष्पक्षता के साथ हों।
नीतीश कुमार ने दोहराया कि सरकार युवाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है, और उन्हें दक्ष व आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोज़गार के अवसर तेजी से बढ़ाए जाएंगे।

