व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी: अफगान मूल के संदिग्ध ने अमेरिकी सुरक्षा को दी खुली चुनौती
पटना, 27 नवम्बर (एजेंसियां)। व्हाइट हाउस से कुछ ही ब्लॉक दूरी पर बुधवार को हुई फायरिंग की घटना ने अमेरिकी सुरक्षा व्यवस्था और आव्रजन नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दो नेशनल गार्ड जवानों पर अचानक हुए हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि संदिग्ध हमलावर को डीसी पुलिस और एफबीआई की संयुक्त टीम ने थोड़ी दूरी पर गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान 29 वर्षीय अफगान नागरिक रहमानुल्लाह लाकनवाल के रूप में हुई है। वह 2021 में “ऑपरेशन एलाइज वेलकम” कार्यक्रम के तहत अमेरिका में शरणार्थी के रूप में आया था और तभी से वाशिंगटन में रह रहा था। घटनास्थल मेट्रो स्टेशन के पास था, जहां आरोपी ने मोड़ से निकलते ही गश्त कर रहे जवानों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। जवाबी कार्रवाई में वह भी घायल हुआ, लेकिन उसकी जान को खतरा नहीं है।
अमेरिकी जांच एजेंसियां इस हमले को संभावित आतंकी घटना के रूप में भी देख रही हैं। शुरुआती इनपुट इसे एक “टारगेटेड अटैक” की ओर संकेत देते हैं।
इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे “अमेरिकी सुरक्षा पर सीधा हमला” बताया। उन्होंने आव्रजन नीतियों को ढीला बताते हुए कहा कि अफगान नागरिकों के सभी वीज़ा व आवेदन तत्काल प्रभाव से रोक दिए जाएं और उनकी दोबारा गहन जांच की जाए। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में 500 और नेशनल गार्ड तैनात करने के आदेश दिए हैं।
घटना ऐसे समय हुई है जब अमेरिका में छुट्टियों का मौसम शुरू होने वाला है और राजधानी में सुरक्षा पहले ही हाई अलर्ट पर थी। नेशनल गार्ड समुदाय ने घायल जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
सुरक्षा एजेंसियां हमले के हर पहलू की जांच कर रही हैं, जबकि हमला अमेरिकी आव्रजन ढांचे और सुरक्षा नीति पर नई बहस छेड़ चुका है।

