नई दिल्ली, 5 दिसम्बर,(एजेंसियां)। कर्नाटक पुलिस ने अंतरराज्यीय लाल चंदन (Red Sandalwood) तस्करी नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 1.75 करोड़ रुपये मूल्य की लकड़ी जब्त की है और इस सिलसिले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों कार्रवाइयाँ गुप्त सूचना के आधार पर की गईं, जो पुलिस के अनुसार लंबे समय से सक्रिय तस्करी गिरोह पर बड़ा प्रहार है।
लगातार दो ऑपरेशन में बड़ी सफलता
शहर के पुलिस प्रमुख सीमांत कुमार सिंह ने बताया कि अलग-अलग दो मामलों में लाल चंदन की तस्करी पकड़ी गई।
पहला मामला हुलीमावु पुलिस थाना क्षेत्र का है, जहाँ पुलिस ने एक करोड़ रुपये की कीमत वाली बड़ी खेप पकड़ी। यह खेप आंध्र प्रदेश से लाई जा रही थी और आगे इसे तमिलनाडु भेजे जाने की तैयारी चल रही थी। पुलिस ने मौके पर वाहन को रोका और लकड़ी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
दूसरा मामला आर टी नगर पुलिस थाना सीमा का है, जहाँ 75 लाख रुपये मूल्य की लाल चंदन लकड़ी बरामद की गई। यह खेप भी आंध्र प्रदेश से ही लायी जा रही थी, लेकिन इसका गंतव्य बेंगलुरु शहर था। पुलिस ने इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया।
इस प्रकार दोनों ही मामलों में कुल चार वाहन जब्त किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल लकड़ी की ढुलाई के लिए किया जा रहा था।
गुप्त सूचना ने खोला पूरा रैकेट
पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई विस्तृत निगरानी और गुप्त सूचनाओं के आधार पर की गई। हाल के महीनों में कर्नाटक में लाल चंदन की अवैध तस्करी बढ़ी है, जिसके बाद पुलिस और वन विभाग ने कई संयुक्त अभियान चलाए हैं। ताजा कार्रवाई में पकड़ा गया माल अत्यधिक उच्च गुणवत्ता वाला है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी मांग है।
एक अधिकारी के अनुसार,
“तस्कर आंध्र प्रदेश के जंगलों से लकड़ी चोरी कर उसे कर्नाटक और तमिलनाडु के रास्ते अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं। यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और हमारी टीम पिछले कई हफ्तों से इनकी निगरानी कर रही थी।”
तस्करी का पैटर्न और नेटवर्क पर फोकस
जांच में पता चला है कि पकड़े गए आरोपी लकड़ी को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर निजी वाहनों से ट्रांसपोर्ट कर रहे थे, ताकि किसी को शक न हो। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इन खेपों के पीछे मुख्य सप्लायर कौन हैं और इसका तार किन राज्यों या देशों तक जुड़ा है।
वन विभाग भी इस मामले में सहयोग कर रहा है ताकि तस्करी के पूरे चेन को तोड़ा जा सके। अधिकारियों ने कहा है कि जल्द ही और गिरफ्तारियाँ संभव हैं।
कर्नाटक में लाल चंदन तस्करी बढ़ी, पुलिस अलर्ट पर
लाल चंदन की तस्करी मुख्यत: आंध्र प्रदेश के शेषाचलम जंगलों से होती है। इसकी लकड़ी चीन और जापान में फर्नीचर, सजावट और दवा उद्योग के लिए महंगी कीमतों पर बेची जाती है। इसके कारण कई अंतरराज्यीय गैंग सक्रिय हैं।
पुलिस प्रमुख ने बताया कि
“कर्नाटक में इस तरह की अवैध गतिविधियों के लिए अब जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। तस्करी में शामिल किसी भी समूह को बख्शा नहीं जाएगा।”
आगे की कार्रवाई
पकड़े गए पाँचों आरोपियों से पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इन मामलों में स्थानीय स्तर पर किसी की मिलीभगत थी। लकड़ी और वाहनों को जब्त कर वन विभाग को सौंप दिया गया है।
यह कार्रवाई न सिर्फ तस्करों पर कड़ा प्रहार है बल्कि राज्य में फैले अवैध कारोबार पर रोक लगाने की दिशा में बड़ा कदम भी मानी जा रही है।

