हैदराबाद एयरपोर्ट बनेगा ‘ग्रीन एविएशन हब’, सोलर रनवे का ट्रायल सफल
हैदराबाद, 6 दिसम्बर (एजेंसियां)। हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (RGIA) को भारत का पहला ‘ग्रीन एविएशन हब’ बनाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि मुख्य रनवे को सोलर-पावर्ड लाइटिंग सिस्टम से जोड़ने का ट्रायल पूरी तरह सफल रहा है। यह सिस्टम रात के समय और कम विजिबिलिटी वाले हालात में भी रनवे को ऊर्जा-efficient बनाता है।
GMR एयरपोर्ट्स लिमिटेड के तकनीकी प्रमुख ने कहा कि लगभग 10 मेगावॉट की सौर क्षमता पहले से स्थापित है और आने वाले महीनों में इसे 15 मेगावॉट तक बढ़ाने की योजना है। इससे एयरपोर्ट की कुल ऊर्जा जरूरतों का 85% हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों से पूरा होगा। यह किसी भारतीय एयरपोर्ट के लिए पहला उदाहरण है।
सोलर रनवे सिस्टम में ‘Automated Intensity Control’ तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो मौसम, लाइटिंग और उड़ान गतिविधियों के आधार पर स्वचालित रूप से रनवे लाइट की तीव्रता को नियंत्रित करता है। इससे ऊर्जा बचत में 35% तक बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा कार्बन उत्सर्जन में भी 20,000 टन की वार्षिक कमी की उम्मीद है।
DGCA अधिकारियों ने इस ट्रायल की सराहना की है और इसे भारतीय एविएशन सेक्टर में एक ‘गेम चेंजर’ बताया है। अगर यह मॉडल सफल रहता है, तो दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई एयरपोर्ट पर भी इसे लागू करने की तैयारी की जा रही है।
हैदराबाद एयरपोर्ट प्रशासन का कहना है कि 2026 तक RGIA को पूरी तरह 'Net Zero Emission Airport' घोषित करने का लक्ष्य है। इस प्रोजेक्ट से शहर को वैश्विक ग्रीन एविएशन मैप पर एक विशेष स्थान मिलने की संभावना है।

