दक्षिण अफ्रीका में अवैध बार में तड़के हुई भीषण गोलीबारी, तीन बच्चों सहित 11 लोगों की मौत

संदिग्धों की तलाश तेज

दक्षिण अफ्रीका में अवैध बार में तड़के हुई भीषण गोलीबारी, तीन बच्चों सहित 11 लोगों की मौत

नई दिल्ली, 7 दिसम्बर,(एजेंसियां)।दक्षिण अफ्रीका की राजधानी प्रिटोरिया के नजदीक सॉल्सविले टाउनशिप में शनिवार सुबह एक अवैध रूप से संचालित ‘बार’ में हुई अंधाधुंध गोलीबारी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। तड़के करीब साढ़े चार बजे हुए इस हादसे में कम से कम 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 14 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मरने वालों में तीन छोटे बच्चे भी शामिल हैं, जिससे घटना की संवेदनशीलता और भी बढ़ जाती है। पुलिस ने बताया है कि घटना को अंजाम देने वाले तीन अज्ञात हमलावरों की तलाश जारी है और पूरे इलाके में हाई अलर्ट लागू कर दिया गया है।

पुलिस के मुताबिक यह घटना तब हुई जब कुछ लोग छात्रावास के भीतर बने एक गैर-लाइसेंसी बार में शराब पी रहे थे। उसी दौरान तीन सशस्त्र हमलावर अंदर घुस आए और बिना किसी चेतावनी के अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमला इतना अचानक था कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला। गोलीबारी की आवाज से पूरा छात्रावास दहल उठा और लोग इधर-उधर जान बचाने के लिए भागने लगे। पुलिस ने बताया कि मौके पर ही 10 लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य पीड़ित ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि घटना में तीन बच्चे भी मारे गए—एक तीन वर्षीय बालक, एक 12 वर्षीय लड़का और 16 साल की एक लड़की। पुलिस और स्थानीय समुदाय के अनुसार यह बच्चे संभवतः परिवारों के साथ छात्रावास परिसर में मौजूद थे और हमलावरों का असली लक्ष्य नहीं थे, लेकिन बेगुनाही ने उन्हें भी अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना ने दक्षिण अफ्रीका में बार गोलीबारी की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस प्रवक्ता ब्रिगेडियर एथलेंडा माथे ने राष्ट्रीय प्रसारक ‘एसएबीसी’ से बातचीत में बताया कि हमलावरों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है, लेकिन माना जा रहा है कि वे स्थानीय गिरोहों से जुड़े हो सकते हैं या फिर किसी व्यक्तिगत प्रतिशोध का मामला भी हो सकता है। हालांकि हत्या के उद्देश्य को स्पष्ट रूप से बताना अभी जल्दबाजी होगा क्योंकि जांच अभी शुरुआती दौर में है। पुलिस का कहना है कि सुबह लगभग 4:15 बजे घटना हुई, लेकिन उन्हें इसकी सूचना करीब 6 बजे मिली, जो इस बात का संकेत है कि भय के माहौल में मौजूद लोगों ने तत्काल पुलिस को बुलाने की हिम्मत नहीं जुटाई।

Read More संयुक्त राष्ट्र न्याय परिषद के अध्यक्ष बने जस्टिस मदन लोकुर

दक्षिण अफ्रीका में अवैध शराबखानों और अनाधिकृत बारों की बढ़ती संख्या लंबे समय से प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। पुलिस आंकड़ों के अनुसार, केवल इस वर्ष अप्रैल से सितंबर के बीच 11,000 से अधिक अवैध शराबखानों को बंद किया गया है और 18,000 से अधिक लोगों को अवैध शराब की बिक्री और उससे संबंधित अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया है। बावजूद इसके इन गैर-कानूनी स्थलों की संख्या और उनसे जुड़े आपराधिक घटनाक्रम लगातार बढ़ रहे हैं।

Read More बांग्लादेशी आतंकी संगठन के 8 आतंकी गिरफ्तार

विशेषज्ञों का कहना है कि ये अनियमित बार अक्सर उन क्षेत्रों में फलते-फूलते हैं जहाँ बेरोज़गारी और गरीबी अधिक है। लोग कमाई के आसान साधन के रूप में अवैध शराब बेचने लगते हैं, और यही केंद्र धीरे-धीरे आपराधिक गतिविधियों का गढ़ बन जाते हैं। ऐसे स्थानों पर न तो सुरक्षा के मानक होते हैं और न ही लाइसेंसिंग की कोई औपचारिक प्रक्रिया। नतीजतन, घटिया शराब बेचने से लेकर गैंगवार और गोलीबारी तक, कई तरह की घटनाएँ सामान्य बात बन जाती हैं।

Read More जनवरी के दूसरे सप्ताह तक बेंगलूरु में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास खुल जाएगा: तेजस्वी सूर्या

स्थानीय लोगों ने बताया कि छात्रावास के परिसर में बना यह बार लंबे समय से अवैध रूप से चल रहा था, और आसपास के युवा अक्सर यहाँ एकत्रित होते थे। कई बार इसे बंद कराने की शिकायतें भी दी गई थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। घटना के बाद समुदाय में भारी आक्रोश है और लोग प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। कई अभिभावकों ने कहा कि यदि प्रशासन समय रहते कार्रवाई करता तो तीन छोटे बच्चों की जान शायद बचाई जा सकती थी।

घायलों की स्थिति को लेकर अभी कोई आधिकारिक जानकारी जारी नहीं की गई है, लेकिन अस्पताल सूत्रों के अनुसार कई घायलों की हालत गंभीर है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। पुलिस ने घटनास्थल को घेर लिया है और फोरेंसिक टीमों ने सबूत जुटाने का काम शुरू कर दिया है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि हमलावरों की पहचान और रास्तों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी के पास घटना से जुड़ी कोई भी जानकारी हो तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे।

यह घटना न केवल दक्षिण अफ्रीका की कानून-व्यवस्था की चुनौतियों को उजागर करती है, बल्कि अवैध शराब कारोबार के तेजी से फैलते नेटवर्क पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। सरकार ने इस दिशा में अभियान तो चलाए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अवैध शराब और बार उद्योग तभी नियंत्रित हो सकता है जब समुदाय, स्थानीय प्रशासन और पुलिस मिलकर एक व्यापक रणनीति अपनाएँ और इसे सामाजिक सुधार के मुद्दे से जोड़कर देखें। अन्यथा ऐसी घटनाएँ भविष्य में भी बड़ी तबाही को जन्म देती रहेंगी।

Related Posts