13–1 या 12–2
महेश बैंक चुनाव : मतदान आज
महेश बैंक चुनाव 2025–2030 के लिए मतदान रविवार, 7 दिसंबर को सुबह 9.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक होगा। बैंक द्वारा कुल 78 मतदान केंद्रों की व्यवस्था की गई है। चुनाव में उतरने वाले उम्मीदवारों के समर्थक वोटों की संभावित गणना को लेकर कई तरह के अनुमान लगा रहे हैं। पिछले चुनाव की तरह इस बार भी माना जा रहा है कि फिक्सरवाला पैनल इस बार भी बढ़त बनाए रख सकता है, हालांकि कुछ विश्लेषकों का मानना है कि नतीजा बेहद कड़ा हो सकता है और मुकाबला 13–1 या 12–2 की दिशा में जा सकता है। चुनाव समिति ने स्पष्ट किया है कि कुल 40 प्रतिशत से अधिक मतदान होने की स्थिति में दोनों पैनलों का प्रदर्शन नतीजों को प्रभावित कर सकता है।
इस बार कुल 1,26,600 सदस्य मतदान के पात्र हैं। वर्ष 2020 में हुए चुनाव में 84,122 वोट पड़े थे, जबकि 37,142 ने पोस्टल बैलट का प्रयोग किया था। इस बार भी अधिक मतदान की संभावना जताई जा रही है। चुनाव अधिकारियों के अनुसार 01 से 10 मतदान केंद्र हाई वोटिंग सूची में आते हैं। अहमदाबाद (235), राजकोट (214), सूरत (290), वडोदरा (325), मुंबई (278), भोपाळ (144), जयपुर (263), कोलकाता (298), धूलिया (649) व रतलाम (410 वोट) इन केंद्रों के प्रमुख स्थान हैं, जहाँ 3106 मतदाताओं की सूची है। इस वर्ष कुल 25 केंद्र ऐसे भी हैं जहाँ औसत 40–50 प्रतिशत वोटिंग होती है।
पिछले चुनाव में लगभग 700 मतदान कर्मियों की नियुक्ति हुई थी। इस बार भी उसी संख्या में स्टाफ की तैनाती की गई है ताकि मतदान सुचारु रहे। कुल 48,098 पुरुष और 36,024 महिला सदस्य इस बार मतदान करेंगे। इस बार 500 से अधिक वरिष्ठ सदस्य भी मतदान के लिए सूचीबद्ध हैं। चुनाव समिति के अनुसार इस बार भी 1000–1500 प्रवासी सदस्यों के मतदान की संभावना है।
मतदान प्रक्रिया के लिए बेंगलुरु और अन्य शहरों में विशिष्ट व्यवस्थाएँ की गई हैं। बैंक ने भूगोल और सदस्य संख्या को देखते हुए मतदान केंद्रों को इस तरह विभाजित किया है कि भीड़भाड़ की स्थिति न बने। पिछले चुनाव में भी 78 केंद्रों पर वोटिंग संपन्न हुई थी। इस बार भी 536 कर्मियों को नियुक्त किया गया है। बैंक की स्थापना से जुड़े सदस्यों का कहना है कि संस्थापक पैनल का प्रभाव अब भी कई क्षेत्रों में मजबूत है।
एलएसबीएम परिसर में ही स्थित मुख्यालय से वोटिंग की निगरानी की जाएगी। इस बार भी 78 केंद्रों पर कुल मतदान लगभग 48,093 से अधिक होने का अनुमान है। वर्ष 2020 के चुनाव में 37,142 पोस्टल बैलट प्राप्त हुए थे। इस बार भी लगभग 32,700 बैलट आने की संभावना है। प्रवासी सदस्यों के लिए बैंक ने विशेष व्यवस्था की है ताकि वे आसानी से मतदान कर सकें। यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि कई शहरों में पहले से अधिक turnout देखने को मिल सकता है।
मुख्य मुकाबला एक बार फिर फिक्सरवाला और संस्थापक पैनल के बीच माना जा रहा है। पिछले चुनाव में फिक्सरवाला पैनल ने 7575 मतों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। इस बार भी दोनों पैनलों के समर्थकों ने बड़ी संख्या में प्रचार किया है। फिक्सरवाला पैनल के प्रमुख उम्मीदवार इस बार भी मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
इस बार कुल 7,852 वोट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, जबकि विरोधी पैनल इसके मुकाबले 7,273 वोट मिलने का दावा कर रहा है। फिक्सरवाला पैनल के लोकप्रिय उम्मीदवार—श्री महेश (7,195), श्री राजेश (7,148), श्री नीरज (7,053)—अपने क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रहे हैं। वहीं दूसरी ओर संस्थापक पैनल—श्री रमेश (6,963), श्री अमित (6,767), श्री आनंद (6,726)—ने भी मजबूती से चुनाव प्रचार किया है। कुल 6,499 से 6,800 वोट संस्थापक पैनल के खाते में जाने का अनुमान है।
फिक्सरवाला पैनल पिछले चुनाव में भी 12,600 से अधिक वोट हासिल कर चुका है, जबकि संस्थापक पैनल को 9,142 वोट मिले थे। इस बार भी मुकाबला दिलचस्प रहने वाला है। महेश बैंक के इतिहास में पहली बार मतदान संख्या लगातार बढ़ रही है। सदस्यों की बढ़ती सक्रियता को बैंक प्रशासन सकारात्मक संकेत मान रहा है।
इस बार भी लगभग 11,000 से अधिक नए सदस्यों को पहली बार मतदान का अवसर मिलेगा। चुनाव परिणाम का औपचारिक ऐलान सोमवार देर शाम तक होने की उम्मीद है। चुनाव समिति ने स्पष्ट किया है कि अंतिम परिणाम आने तक सभी बैलट की दोबारा गणना की जाएगी ताकि किसी प्रकार का विवाद न हो।

