Karnataka के मंड्या में कार पलटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
नई दिल्ली, 8 दिसम्बर,(एजेंसियां)। कर्नाटक के मंड्या जिले में रविवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब कार बेंगलुरु-मंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर तेज रफ्तार के चलते अनियंत्रित होकर एक पुल से टकरा गई और फिर पलटते हुए नीचे खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और यात्रियों को बाहर निकालने में मदद की। पुलिस के अनुसार कार में सवार लोग मालवल्ली स्थित प्रसिद्ध शिमशा मरम्मा मंदिर में दर्शन करने के बाद बेंगलुरु लौट रहे थे।
पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान चंद्रगौड़ा (62) और सरोजम्मा (57) के रूप में हुई है, जो चिकमंगलूर के निवासी थे। हादसे के समय वे अपने गृहनगर वापस लौट रहे थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वाहन चालक ने तेज रफ्तार में कार से नियंत्रण खो दिया, जिससे वाहन पहले पुल की रेलिंग से टकराया और फिर अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और अंदर बैठे यात्रियों को गंभीर चोटें आईं।
स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत अभियान शुरू किया और कार के क्षतिग्रस्त हिस्सों को हटाकर घायलों को बाहर निकाला। इसके बाद घायलों को मंड्या और मद्दुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है और दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच जारी है।
इसी बीच, मद्दुर तालुका के अगरलिंगन्ना डोड्डी क्षेत्र में एक और बड़ा हादसा सामने आया, जहां एक निजी बस सर्विस रोड पर पलट गई। इस हादसे में 30 से अधिक लोग घायल हो गए। बस में सवार यात्री अलग-अलग स्थानों से बेंगलुरु की ओर जा रहे थे, तभी अचानक बस मुड़ी और संतुलन बिगड़ने से वह पलटकर सड़क किनारे जा गिरी। इस हादसे के वक्त भी आसपास मौजूद ग्रामीण तेजी से मौके पर जुटे और घायलों को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाई।
बस के अंदर फंसे कई यात्री चीख-पुकार कर रहे थे, लेकिन स्थानीय लोगों और बाद में पहुंचे राहत दलों ने उन्हें सुरक्षित निकालकर एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। अधिकारियों के अनुसार घायलों में कई की स्थिति गंभीर है, जिनका उपचार जारी है।
दोनों हादसों के बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने सड़कों पर बढ़ते यातायात दबाव और तेज रफ्तार के चलते हो रही दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। हादसों के बाद यातायात पुलिस ने घटनास्थलों का दौरा किया और सड़क सुरक्षा संबंधी निरीक्षण किए। प्रारंभिक आकलन में पाया गया है कि दोनों घटनाओं में वाहन चालक सावधानी बरतने में असफल रहे, जिसके कारण हादसों की गंभीरता बढ़ गई।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर मोड़ और पुल अत्यधिक संवेदनशील हैं, जहां वाहनों की गति नियंत्रित न होने पर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इन जगहों पर सिग्नल, चेतावनी बोर्ड और स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग की है।
इन हादसों ने एक बार फिर क्षेत्र में सड़क सुरक्षा और यातायात नियंत्रण से जुड़े मुद्दों को सामने ला दिया है। जिले के अधिकारी अब घटनास्थल के आसपास निगरानी बढ़ाने, तेज रफ्तार वाहनों पर कार्रवाई तेज करने और संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त संकेत लगाने पर विचार कर रहे हैं।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यात्रा के दौरान पर्याप्त सतर्कता बरतें, विशेषकर राष्ट्रीय राजमार्गों और भीड़भाड़ वाले मार्गों पर। अधिकारियों ने कहा कि अगले कुछ दिनों में हादसों की विस्तृत जांच रिपोर्ट जारी की जाएगी, जिसमें दुर्घटना के वास्तविक कारणों, वाहन की तकनीकी स्थिति और चालक की लापरवाही से जुड़े पहलुओं का खुलासा होगा।

