मुख्यमंत्री ने मंत्रियों, अधिकारियों को राहत कार्य में जुटने का निर्देश दिया
राज्य भर में भारी बारिश
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| राज्य भर में भारी बारिश के मद्देनजर मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने जिला प्रभारी मंत्रियों, जिला प्रभारी सचिवों और जिला कलेक्टरों को तत्काल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर राहत कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं| मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से बारिश से हुई आपदा के बारे में जानकारी प्राप्त की और उन्हें एहतियाती कदम उठाने के आदेश दिए|
उन्होंने जिला मंत्रियों और जिला प्रभारी सचिवों को तत्काल भारी बारिश से क्षतिग्रस्त और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और स्थिति का व्यापक जायजा लेने के निर्देश दिए हैं| उन्होंने जिला कलेक्टरों और जिला प्रभारी सचिवों को इस मामले पर कड़ी नजर रखने और तुरंत युद्ध स्तर पर राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं| मुख्यमंत्री ने सरकार के मुख्य सचिव को इस संबंध में व्यापक समीक्षा करने के लिए ३० और ३१ मई को जिला कलेक्टरों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और जिला प्रभारी सचिवों की बैठक बुलाने के निर्देश दिए हैं|
राज्य में १७० तालुकों को बाढ़/भूस्खलन संभावित तालुकों के रूप में चिन्हित किया गया है तथा एहतियाती उपाय के रूप में २,२९६ देखभाल/आश्रय स्थलों की पहचान की गई है| बीबीएमपी के अंतर्गत २०१ स्थानों को बाढ़ संभावित स्थानों के रूप में चिन्हित किया गया है| २६ मई तक राज्य में ४५ घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं| १,३८५ घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से ९९ प्रतिशत को वित्तीय सहायता का भुगतान किया जा चुका है| बताया गया है कि आपदा प्रबंधन के लिए जिला एवं तालुक स्तरीय पीडी खाते में ९७,३५१.९५ लाख रुपए का अनुदान है|