आठ साल में 2.16 लाख पुलिसकर्मियों की यूपी में हुई भर्ती
27178 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति हुई
पांच सौ खिलाड़ियों को भी यूपी पुलिस में भर्ती किया गया
लखनऊ, 15 जून (ब्यूरो)। योगी सरकार ने मिशन रोजगार के तहत रविवार को 60,244 आरक्षी पुलिस कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने व सुदृढ़ कानून व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ने विगत 8 वर्ष में अब तक 2.16 लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती की है। पुलिस सुधार में योगी सरकार की अभूतपूर्व पहल ने उत्तर प्रदेश ने नया मुकाम और नई पहचान दिलाई। इसके चलते जिस उत्तर प्रदेश की पहचान कभी दंगों, अपराध और खराब कानून व्यवस्था के लिए होती थी वह आज दंगा मुक्ता, अपराध मुक्त और निवेश युक्त होने में सफल हुआ है।
सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 8 साल में निष्पक्ष व पारदर्शी प्रक्रिया के तहत साढ़े 8 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। 3.75 लाख से अधिक संविदा पर नौकरी दी गई तो निजी क्षेत्र व एमएसएमई के जरिए दो करोड़ युवाओं को रोजगार दिया गया। वहीं पुलिस बल में 2.16 लाख भर्तियों के चलते यूपी का पुलिस बल देश का सबसे मजबूत पुलिस बल बनकर उभरा है। कानून व्यवस्था काफी सुदृढ़ हुई। यूपी की कानून व्यवस्था का जिक्र न सिर्फ देश, बल्कि विदेशों में भी होता है। वर्तमान में यूपी पुलिस में 4.21 लाख से अधिक कार्मिक कार्यरत हैं। भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता व भारतीय साक्ष्य अधिनियम को सफलतापूर्वक लागू किया गया। यूपी में फोरेंसिक विज्ञान संस्थान लखनऊ के साथ ही 2017 के बाद से 8 नई विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं की स्थापना हुई, जबकि 6 का निर्माण कार्य चल रहा है। प्रदेश में दंगे में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए लागू किए गए मॉडल को अन्य राज्यों की सरकारें अनुसरण कर रही हैं। सीएम योगी के नेतृत्व में गोहत्या, प्रश्नपत्र लीक, धर्मांतरण और लव जिहाद समेत तमाम मुद्दों पर कड़े कानून बनाए गए हैं। एटीएस, एसटीएफ, एसडीआरएफ और एसएसएफ जैसे बलों को सुदृढ़ किया गया है। सेफ सिटी परियोजना के तहत लाखों सीसीटीवी स्थापित किए गए हैं। 112, 1090, 1098 जैसे हेल्पलाइन नंबर्स के माध्यम से लाखों लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई गई है।
योगी के नेतृत्व में हुई यूपी पुलिस की उपलब्धियों में लखनऊ में वीरांगना ऊदा देवी, बदायूं में वीरांगना अवंतीबाई व गोरखपुर में वीरांगना झलकारी बाई महिला पीएसी बटालियन की स्थापना, 1595 महिला हेल्प डेस्क की स्थापना, 131 नए जनपदीय थाने, 82 फायर स्टेशन, 75 साइबर क्राइम थाने, 10 सतर्कता अधिष्ठान थाने, 06 एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स थाने की स्वीकृति, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल का गठन, 27178 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति, 500 उत्कृष्ट खिलाड़ियों की राज्य पुलिस में नियुक्ति, 10,378 महिला बीट का आवंटन, 75 महिला थाना, 78 महिला पुलिस परामर्श केंद्र और 346 महिला पीआरवी की उपलब्धता (महिला रात्रि एस्कॉर्ट सुरक्षा) शामिल है।