एनडीए को 44 विधायकों का समर्थन

मणिपुर में सरकार गठन की कवायद तेज

एनडीए को 44 विधायकों का समर्थन

राज्यपाल से मिले एनडीए के विधायक

इंफाल, 28 मई (एजेंसियां)। मणिपुर में सरकार गठन की कवायद तेज हो गई है। भाजपा नीत एनडीए के 10 विधायक सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए इंफाल में राजभवन पहुंचे। भाजपा के आठएनपीपी के एक और एक निर्दलीय विधायक ने राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की। उन्होंने दावा किया कि उनके पास 44 विधायकों का समर्थन है।

मणिपुर में विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए बुधवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को समर्थन का औपचारिक पत्र सौंपा और मौजूदा राजनीतिक अनिश्चितता के बीच एक स्थिर शासन विकल्प प्रदान करने की अपनी तत्परता दोहराई। राज्यपाल से मिलने के बाद विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने कहाहमारे पास 44 विधायकों का समर्थन है और सभी भाजपा विधायक जनता की इच्छा का प्रतिनिधित्व करने वाली सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हम राज्यपाल से हमारे बहुमत पर विचार करने और त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं। राज्यपाल से दावे की समीक्षा करने और संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार निर्णय लेने की उम्मीद है।

विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने कहा, लोगों की इच्छा के अनुसार 44 विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने राज्यपाल को यह बात बता दी है। इस मुद्दे के संभावित समाधान के बाबत भी हमने राज्यपाल से चर्चा की है। राज्यपाल ने हमारी बात को ध्यान से सुना और हमें उम्मीद है कि वे लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या वे सरकार बनाने का दावा पेश करेंगेउन्होंने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस बारे में निर्णय लेगा। हम नई सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। यह सरकार बनाने का दावा पेश करने के ही समान है। उन्होंने कहा, ऐसा कोई भी नहीं है जो नई सरकार के गठन का विरोध करता हो। प्रदेश के लोगों को बहुत ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कार्यकाल में कोविड के कारण दो साल बर्बाद हो गए थे और इस कार्यकाल में संघर्ष के कारण दो और साल बर्बाद हो गए। '

निर्दलीय विधायक निशिकांत सिंह ने कहाज्यादातर लोग चाहते हैं कि एक लोकप्रिय सरकार बने और यही कारण है कि हम राज्यपाल से मिलने यहां आए हैं। हमने अन्य बातों पर भी चर्चा कीजैसे कि लोकप्रिय सरकार बनने के बाद राष्ट्रपति शासन का कामकाज पहले जैसा नहीं रह सकता। मुख्य रूप से मुख्य मुद्दा एक लोकप्रिय सरकार का गठन था। राज्यपाल की प्रतिक्रिया भी अच्छी थी। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि जल्द ही सरकार का गठन हो जाएगा। हम राज्यपाल से अपील कर रहे हैं कि हमें लोकप्रिय सरकार चाहिए। हमने राज्यपाल को एक कागज भी दिया हैजिस पर हम सभी ने हस्ताक्षर किए हैं। मणिपुर में एनडीए के सभी विधायक लोकप्रिय सरकार बनाने के लिए बहुत उत्सुक हैं। हम जनता का समर्थन भी चाहते हैं। हमने जो कागज दिया हैउस पर करीब 22 लोगों के हस्ताक्षर हैं। राज्यपाल से मिलने के लिए 10 विधायक यहां आए हैं। इससे पहले  21 विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पूर्वोत्तर राज्य में शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए लोकप्रिय सरकार बनाने का आग्रह किया गया था। पत्र पर भाजपा के 13एनपीपी-नगा पीपुल्स फ्रंट के तीन-तीन और विधानसभा के दो स्वतंत्र सदस्यों के हस्ताक्षर थे। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1967 से लेकर अब तक मणिपुर में 11 बार राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है।

Read More नेता के जनसेवा केंद्र पर बन रहे थे फर्जी आधार और पैन कार्ड

भाजपा नेता एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मणिपुर में फरवरी से राष्ट्रपति शासन लागू है। मई 2023 में मैतेई और कुकी-जो के बीच शुरू हुए जातीय संघर्ष के बीच राष्ट्रपति शासन का फैसला लिया गया था। 60 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 59 विधायक हैं। एक विधायक की मृत्यु के कारण एक सीट रिक्त है। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में 32 मैतेई विधायकतीन मणिपुरी मुस्लिम विधायक और नौ नागा विधायक मिलाकर 44 विधायक हैं। कांग्रेस के पास पांच विधायक हैंसभी मैतेई हैं। शेष 10 विधायक कुकी हैं। उनमें से सात ने पिछला चुनाव भाजपा के टिकट पर जीता थादो कुकी पीपुल्स अलायंस के हैंऔर एक निर्दलीय है।

Read More बाढ़ और बारिश से हुए नुकसान पर तेजी से प्रतिक्रिया दें अधिकारी: मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर

Tags: