राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य अतिथि होंगे योगी
इस बार योगी के लिए बेहद खास होगा उनका जन्मदिन
लखनऊ, 03 जून (एजेंसियां)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए विश्व पर्यावरण दिवस हर वर्ष खास रहा है। वजह इसी दिन उनका जन्मदिन होता है। इस बार योगी का जन्मदिन और पर्यावरण दिवस दोनों ही खास होने वाला है।
योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री के साथ-साथ गोरखपुर स्थित गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर भी हैं। यह वही पीठ है जिसकी तीन पीढ़ियों ने करीब एक सदी तक राम मंदिर आंदोलन में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये पीढ़ियां हैं योगी के दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ, उनके गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ और पीठ के उत्तराधिकारी एवं पीठाधीश्वर के रूप में वह खुद भी। देश और दुनिया के इतिहास में किसी एक मुद्दे पर एक ही शिद्दत से संघर्ष करने और उसे अंजाम तक पहुंचते हुए देखने वाला ऐसी पीढ़ियां खुद में अपवाद है। यही नहीं आज से करीब आठ साल पहले जब योगी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तब भी जब भी मौका मिला, अयोध्या जाकर उन्होंने लोगों और संत समाज को यह संदेश दिया कि वह अयोध्या के हैं और अयोध्या के लोग उनके। सिर्फ संदेश ही नहीं दिया, अयोध्या की बेहतरी के लिए जो भी संभव है वह दिया। राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद तो उन्होंने अयोध्या के कायाकल्प के लिए खजाने का मुंह ही खोल दिया। आज बदली अयोध्या इसका प्रमाण है। बदलाव का यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मंशा के अनुसार अपने बदले रूप में अयोध्या का शुमार धार्मिक लिहाज से दुनिया के सबसे खूबसूरत तीर्थस्थान के रूप में नहीं हो जाता
योगी के जन्म दिवस के दिन यानि पांच जून को ही इस बार अयोध्या स्थित राम मंदिर के राम दरबार सहित पूरक मंदिरों में अन्य देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। राम दरबार की स्थापना समारोह में मुख्य अतिथि होने के नाते यह और खास होने वाला है। मुहूर्त इसे और खास बना रहा है। यह कृष्ण के द्वापर युग की आरंभ-तिथि है। पांच जून को ज्येष्ठ शुक्ल दशमी की तिथि है। यह मोक्षदायिनी, जीवनदायिनी, दुनि