पहलगाम आतंकी हमले का सरगना है आसिम मुनीर
नीदरलैंड में बोले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर
आतंकी हमला हुआ तो भारत तगड़ा पलटवार करेगा
एम्सटर्डम, 22 मई (एजेंसियां)। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को पहलगाम हमले का सरगना करार दिया। जयशंकर ने कहा कि आसिम मुनीर धार्मिक कट्टरपंथी है और पहलगाम आतंकी हमला उसी की साजिशी सोच का नतीजा है। नीदरलैंड के एक समाचार पत्र के साथ बातचीत में डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी किए गए आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया।
पहलगाम आतंकी हमले पर डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारतीय क्षेत्र जम्मू कश्मीर में बर्बर आतंकी हमला किया गया, जहां 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी गई। यह हमला कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर किया गया था क्योंकि कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही आधारित है। हमले के द्वारा धार्मिक भेदभाव को बढ़ाने की कोशिश की गई और लोगों को धर्म पूछकर मारा गया। पाकिस्तान की सेना के जो प्रमुख हैं, वो खुद धार्मिक कट्टरपंथी हैं। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला उसी कट्टरपंथी सोच का नतीजा है।
विदेश मंत्री ने कहा कि पहलगाम हमले के पीछे टीआरएफ और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठन हैं और टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी भी ली है। उन्होंने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को 2023, 2024 में टीआरएफ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। जयशंकर ने कहा कि हमने पहलगाम आतंकी हमला करने वाले लोगों की पहचान की और ये कोई छिपी हुई बात नहीं है और उसके बाद उन्हें निशाना बनाया। साथ ही किसी सैन्य या नागरिक ठिकानों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों के समर्थन में भारत पर हमला किया। भारतीय विदेश मंत्री ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार किया। उन्होंने कहा कि भारत औऱ पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम द्विपक्षीय तौर पर हुआ। भारत ने जब 10 मई को पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की तो पाकिस्तानी सेना ने स्वीकार किया था कि हमें संघर्षविराम करना चाहिए।
भारतीय विदेश मंत्री ने दुनिया के समक्ष एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि आतंकी पाकिस्तान में हैं तो उन्हें वहीं घुसकर मारेंगे। जयशंकर ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। उन्होंने कहा, अगर दोबारा किसी भी तरह का आतंकी हमला होता है तो भारत तगड़ा पलटवार करेगा। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर आतंकी पाकिस्तान में छुपे बैठे हैं, तो हम उन्हें वहीं घुसकर मारेंगे, जहां वो हैं।
विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर नीदरलैंड के दौरे पर हैं। वहीं पर एनओएस को दिए साक्षात्कार में उन्होंने आतंकवाद से लड़ाई में भारत के नए दृष्टिकोण को उजागर किया। विदेश मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बात करते हुए कहा कि ये केवल एक-दूसरे पर गोलीबारे करने के बारे में नहीं है, बल्कि ये ऑपरेशन एक संदेश है। इसे जारी रखा जाना भी एक संदेश ही है। विदेश मंत्री ने एक सवाल के जवाब में पहलगाम आतंकी हमले को याद किया और कहा कि जिस प्रकार से 22 अप्रैल को लोगों की आस्था के बारे में पूछकर उनकी हत्या की गई। इसका एक उद्देश्य कश्मीर के पर्यटन को भी नुकसान पहुंचाना था। क्योंकि पर्यटन कश्मीर की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। लेकिन, संदेश स्पष्ट है 22 अप्रैल जैसी हरकत दोबारा हुई तो आतंकियों पर फिर से वैसा ही हमला करेंगे।
पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को पकड़ने में भारत सक्षम था या नहीं के सवाल पर विदेश मंत्री ने स्पष्ट कहा कि हम ये पहचानने में पूरी तरह से सक्षम थे कि आतंकी कौन थे, क्योंकि उन सभी की तस्वीरें हमारे पास थीं। पहलगाम आतंकी हमला लश्कर ए तैयबा आतंकी संगठन से जुड़े द रजिस्टेंट फ्रंट ने किया था। ये कई वर्षों से हमारे रडार पर था। 2023, 2024 और 2025 में हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति के ध्यान में लाए थे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हम मानते हैं कि ये लश्कर की इकाई है।
किश्तवाड़ में दो आतंकी मारे गए, एक जवान शहीद
किश्तवाड़, 22 मई (ब्यूरो)। जम्मू -कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार को संयुक्त सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया। अधिकारियों के मुताबिक, इस अभियान में एक जवान शहीद हो गया। मुठभेड़ अभी जारी है। अनुमान है कि अभी भी दो आतंकी घिरे हुए हैं।
रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकवादियों के खिलाफ 11 राष्ट्रीय राइफल्स, 7 असम राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) सहित संयुक्त बलों ने किश्तवाड़ जिले के सिंघपोरा, छात्रू इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। आतंकियों की संख्या चार बताई गई थी। दो आतंकियों की मौत के बाद दो आतंकियों की तलाश की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ सुबह शुरू हुई और अभी भी जारी है। अधिकारियों ने बताया कि तीन से चार आतंकवादियों के एक समूह की मौजूदगी की विशेष सूचना मिलने के बाद संयुक्त सुरक्षा बलों ने किश्तवाड़ जिले के सिंघपोरा, छात्रू इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया।
ऑपरेशन को ऑपरेशन त्राशी नाम देते हुए भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि आज सुबह छात्रू, किश्तवाड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों से सामना हुआ। अतिरिक्त जवानों को शामिल किया गया है और आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए ऑपरेशन जारी है।
अधिकारियों के अनुसार संयुक्त बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों, उनके ओवरग्राउंड वर्कर्स और समर्थकों के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू कर दिया है। यह अभियान 22 अप्रैल के बाद और तेज हो गया, जब लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन घाटी में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी।