चेनाब, झेलम, रावी और सिंधु नदी के जल से होगा बाबा विश्वनाथ का अभिषेक
वाराणसी, 04 जून (एजेंसियां)। निर्जला एकादशी के दिन छह जून को पहली बार चिनाब, झेलम, रावी और सिंधु नदी का जल बाबा विश्वनाथ को अर्पित किया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर और सेना के शौर्य को नमन करने के लिए चारों नदियों के जल साथ महाकुंभ का जल भी अर्पित किया जाएगा। 1008 महिलाएं नदियों के जल से भरे कलश को लेकर शोभा यात्रा निकालेंगी। विभिन्न मार्गों से होते हुए बाबा विश्वनाथ के धाम पहुंचेंगी। नदियों के जल से बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करेंगी।
शिव बारात समिति की ओर से निर्जला एकादशी पर विशेष आयोजन किया जाएगा। चारों नदियों का जल काशी पहुंच चुका हैं। लद्दाख और जम्मू कश्मीर की नदियों का जल विशेष अनुष्ठान के लिए मंगाया गया है। समिति के दिलीप सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए हमारी भारतीय सेना ने पराक्रम और शौर्य की जो गाथा लिखी उसे पूरी दुनिया ने देखा। सेना के शौर्य को नमन करने के लिए विशेष आयोजन किया जा रहा है।
चारों नदियों का जल काशी मंगाया जा चुका है। 1008 महिलाएं शोभा यात्रा निकालेंगी। बाबा के दरबार पहुंचकर जलाभिषेक करेंगी। ऑपरेशन सिंदूर में महिलाओं का भी योगदान रहा हैं। भारतीय सेना की महिलाओं ने पाकिस्तान को सबक सिखा कर अपनी बहनों का बदला लिया। जलाभिषेक यात्रा दशाश्वमेध घाट से शुरू होकर बाबा विश्वनाथ धाम तक जाएगी।