ईमानदार भर्ती प्रणाली से बदली हजारों परिवारों की तकदीर

60,244 युवाओं को एक साथ मिला नियुक्ति पत्र, पारदर्शिता की मिसाल

ईमानदार भर्ती प्रणाली से बदली हजारों परिवारों की तकदीर

लखनऊ15 जून (ब्यूरो)। राजधानी लखनऊ के वृंदावन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड रविवार को एक ऐतिहासिक दृश्य का साक्षी बनाजब पहली बार राज्य में एक साथ 60,244 नव चयनित आरक्षियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस विशाल नियुक्ति समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में हजारों नव नियुक्त आरक्षियों की आंखें खुशी से नम थींक्योंकि इनमें से हजारों की संख्या में नियुक्त आरक्षी अपने-अपने परिवार की पहली पीढ़ी के सरकारी कर्मचारी हैं।

download (40)

फिरोजाबाद जिले के हरदासपुर की रौशनी उन हजारों युवाओं में से एक हैंजिन्होंने आज अपने परिवार की पहली सरकारी नौकरी का गौरव हासिल किया। रौशनी के पिता अमीर सिंह किसान हैं और मां मीरा देवी गृहणी। दो भाइयों की अकेली बहन रौशनी ने बताया कि हमारे परिवार में पहले कोई भी सरकारी नौकरी में नहीं था। दादा-चाचा सभी खेती-किसानी करते हैं। आज मैंने नियुक्ति पत्र लियायह मेरे लिए गर्व का पल है। रौशनी ने योगी सरकार की पारदर्शी प्रक्रिया की सराहना करते हुए कहा कि फॉर्म भरने से लेकर चयन तक किसी को एक भी पैसा नहीं देना पड़ा।

download (41)

Read More भारी बारिश के कारण कंपाउंड की दीवार ढह गई

इसी तरह बांदा के मरका गांव की प्रीति यादव ने भी अपने परिवार में पहली सरकारी नौकरी पाने का इतिहास रचा। प्रीति यादव ने जब अपने परिवार को बताया कि उनका चयन यूपी पुलिस में हो गया हैतो घर में जैसे त्यौहार मन गया। प्रीति तीन भाइयों में अकेली बहन हैं और पहली सदस्य हैं जो सरकारी नौकरी में जा रही हैं। तीन भाइयों की अकेली बहन प्रीति के पिता दिनेश यादव प्राइवेट नौकरी करते हैं और मां राजपति गृहणी हैं। प्रीति ने कहा, मैं मुख्यमंत्री योगी जी को धन्यवाद देती हूंजिन्होंने बिना किसी भ्रष्टाचार के यह मौका दिया। पहले लोग कहते थे कि बिना पैसे सरकारी नौकरी नहीं मिलतीलेकिन आज यह धारणा टूट गई।

Read More -मैं मजबूत हूं, चिंता की कोई बात नहीं

download (43)

Read More  यूपी में परिवर्तनकारी युग लेकर आया योगी का शासनकाल : अमित शाह 

देवरिया के आशीष गौतम की कहानी भी प्रेरणादायक है। दलित समुदाय से आने वाले आशीष के माता-पिता मजदूरी करते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कई बार सीएम योगी को कहते सुना था कि अब भ्रष्टाचार नहीं होगा। मुख्यमंत्री योगी के भ्रष्टाचार मुक्त भर्ती के वादे पर भरोसा कियाउनके भरोसे पर मैंने मेहनत की और आज यूपी पुलिस में आरक्षी बन गया। आशीष ने बताया कि उनके परिवार में दो भाई और तीन बहनें हैं। उन्होंने कहा कि यूपी में अब प्रतिभा के आगे कोई भेदभाव नहीं टिकता। अब वे ईमानदारी से नौकरी कर अपने परिवार की जिम्मेदारी संभालेंगे।

Awdhesh Prasad

देवरिया के ही हरिरामपुर गांव के राजकुमार यादव की आंखें खुशी से नम थीं। उनके पिता राम अधार यादव अब इस दुनिया में नहीं हैं। पिता को याद करते हुए उन्होंने कहा कि आज पिताजी होते तो बहुत खुश होते। पांच भाइयों और तीन बहनों में चौथे नंबर के राजकुमार ने योगी सरकार की पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की तारीफ की और कहा कि पहले कहा जाता था कि सरकारी नौकरी के लिए खेत तक बिक जाते हैंलेकिन आज बिना एक पैसे दिए यह मौका मिलायूपी में अब सरकारी नौकरी पाने में खेत नहीं बेचने होंगे। योगी सरकार प्रतिभा को सम्मान दे रही है।

श्रावस्ती के अवधेश प्रसादमहोबा के सुखदेव वर्माअमेठी के अखिलेश यादव जैसे हजारों युवा आज अपने चेहरे पर मुस्कान लिए नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे। इनमें से ज्यादातर अपने परिवार में पहली बार सरकारी नौकरी पाने वाले हैं। यह भर्ती न केवल रोजगार का अवसर दे रही हैबल्कि शिक्षा और सामाजिक बदलाव की नई कहानी भी लिख रही है। यह भर्ती सबका साथसबका विकास के संकल्प को साकार करती है। इस प्रक्रिया में हाईटेक तकनीक का उपयोगबायोमेट्रिक सत्यापन और सीसीटीवी निगरानी ने पारदर्शिता सुनिश्चित की। योगी सरकार की यह पहल न केवल युवाओं को रोजगार दे रही हैबल्कि उनके परिवारों की सामाजिक स्थिति को भी ऊंचा उठा रही है।

श्रमिककिसानमजदूर और सीमांत वर्गों से आए हजारों युवाओं ने इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूरी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की ईमानदारी की प्रशंसा की। इन युवाओं की एक साझा बात यह रही कि कहीं किसी को न तो किसी नेता की सिफारिश की जरूरत पड़ीन ही एक रुपया रिश्वत देना पड़ा।

Tags: