शिवकुमार ने हमला मामले में बाइक सवार को न्याय का आश्वासन दिया
-बेंगलूरु रोड रेज मामला
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एक अधिकारी और एक स्थानीय बाइक सवार के बीच हाल ही में हुई रोड रेज की घटना के मद्देनजर, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने पीड़ित विकास कुमार को न्याय और राज्य सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है|
शिवकुमार ने बेंगलूरु के नागवरपाल्या में हुए एक व्यापक रूप से चर्चित विवाद के बाद कॉल सेंटर कर्मचारी कुमार से व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया, जिसमें सीसीटीवी फुटेज में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर शिलादित्य बोस को बाइक सवार पर शारीरिक हमला करते हुए देखा गया था|
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शिवकुमार ने लिखा मैंने विकास कुमार को फोन किया और सांत्वना दी, जो नागवरपाल्या घटना के सिलसिले में हमला किए गए कन्नड़िगा थे| अगर कन्नड़िगा लोग परेशानी में हैं, तो कर्नाटक सरकार उनके साथ खड़ी होगी| हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए|
उपमुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया शिवकुमार ने कुमार को प्रोत्साहन के शब्द कहे| उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा और उन्हें किसी भी चीज से डरने की जरूरत नहीं है| इस घटना ने सबसे पहले तब ध्यान खींचा जब विंग कमांडर बोस ने एक वीडियो अपलोड किया जिसमें दावा किया गया कि कन्नड़ न बोलने की वजह से उन पर हमला किया गया| विकास कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन बाद में सीसीटीवी फुटेज में अधिकारी के दावे का खंडन किया गया, जिसमें बोस को कुमार पर हावी होते, लात मारते और मुक्का मारते हुए दिखाया गया| वीडियो सामने आने के बाद कुमार को जमानत दे दी गई| इसके बाद से मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है, विंग कमांडर बोस के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है|
इस घटना ने लोगों का काफी ध्यान खींचा है, खासकर कर्नाटक में, जहां भाषाई पहचान से जुड़े मुद्दे लंबे समय से संवेदनशील रहे हैं| इससे पहले प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने कहा था कि अधिकारी का व्यवहार कन्नड़ भाषी लोगों के गौरव और भावनाओं को भड़काने वाला था| जवाब में, भारतीय वायु सेना ने एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया और मामले की जांच और उसके वैध समाधान तक आगे बढ़ने में स्थानीय अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया गया| यह मामला बयाप्पनहल्ली पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आता है, और जांच जारी है|