हम भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं पड़ेंगे, यह हमारा काम नहीं
... अमेरिकी उपराष्ट्रपति का बड़ा बयान
वाशिंगटन, 9 मई(एजेंसी)। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने गुरुवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष में अमेरिका सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह "अमेरिका का काम नहीं है।" फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में जेडी वेंस ने कहा, "हम जो कर सकते हैं, वह यह है कि इन लोगों को थोड़ा तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश करें, लेकिन हम युद्ध के बीच में शामिल नहीं होने जा रहे हैं, जो मूल रूप से हमारा काम नहीं है और इसका अमेरिका की इसे नियंत्रित करने की क्षमता से कोई लेना-देना नहीं है।"
वेंस ने कहा, "आप जानते हैं, अमेरिका भारतीयों से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकता। हम पाकिस्तानियों से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकते। और इसलिए, हम कूटनीतिक माध्यमों से इस मामले को आगे बढ़ाते रहेंगे।" अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बृहस्पतिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अलग-अलग बात की और तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया। रूबियो ने पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को किसी भी तरह का समर्थन बंद करने के लिए ठोस कदम उठाये जाने का आह्वान किया। जयशंकर के साथ बातचीत में रूबियो ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत के लिए अमेरिकी समर्थन व्यक्त किया तथा संचार में सुधार के लिए निरंतर प्रयास करने को प्रोत्साहित किया।
विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘मंत्री ने तत्काल तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘रूबियो ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले पर अपनी संवेदनाएं दोहराईं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।’’ जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज शाम अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो से बात की। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की मैं तहे दिल से सराहना करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया को रेखांकित किया। आतंकवाद को बढ़ाने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला किया जाएगा।’’ ‘रेडियो पाकिस्तान’ की खबर के मुताबिक, रूबियो ने प्रधानमंत्री शरीफ को फोन किया और दक्षिण एशिया क्षेत्र में उभरते हालात पर चर्चा की। खबर के अनुसार, रूबियो ने कहा कि अमेरिका दक्षिण एशिया की स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है, क्योंकि वह इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।