नौ नए विश्वविद्यालयों को बंद करने पर कैबिनेट उप-समिति की एक और बैठक होगी
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू किए गए १० नए विश्वविद्यालयों में से नौ को बंद करने पर सर्वसम्मति से निर्णय नहीं ले पाने के बाद कैबिनेट उप-समिति ने एक और बैठक करने का फैसला किया है|
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार की अध्यक्षता वाली उप-समिति ने विश्वविद्यालयों की वित्तीय स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को अपनी दूसरी बैठक की| पहली बैठक में बीदर विश्वविद्यालय के अलावा महारानी क्लस्टर विश्वविद्यालय और बेंगलूरु में नृपतुंगा विश्वविद्यालय सहित नौ विश्वविद्यालयों को बंद करने का निर्णय लिया गया था| हालांकि, समिति के सूत्रों ने पुष्टि की कि कुछ तकनीकी कारणों से अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका|
नए विश्वविद्यालयों को चलाने के पहले पांच वर्षों के लिए आवश्यक निधि राशि की समीक्षा करने के लिए गठित कर्नाटक राज्य उच्च शिक्षा परिषद ने बताया था कि शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के वेतन, बुनियादी ढांचे, उपकरणों की खरीद, वाहन, फर्नीचर और अन्य वस्तुओं को कवर करने के लिए ३४२ करोड़ रुपये की आवश्यकता है| उच्च शिक्षा मंत्री एम.सी. सुधाकर ने कहा कुछ स्थापित विश्वविद्यालयों को बंद करने पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है| इस पर स्पष्ट निर्णय एक अन्य बैठक के बाद घोषित किया जाएगा|