तीन आतंकी सरगना मिटे तो कश्मीर से मिट जाएगा आतंकवाद

तीन आतंकी सरगना मिटे तो कश्मीर से मिट जाएगा आतंकवाद

जम्मू12 मई (ब्यूरो)। कश्मीर में 37 साल से फैले आतंकवाद की आग मात्र तीन आतंकवादियों के सफाए से बुझ सकती है। ये तीनों कमांडर आज पाकिस्तान में हैं, जिनके नाम उस सूची में सबसे प्रमुख स्थान पर हैं जिसे भारत ने पाकिस्तान को कई बार सौंपा है।

ये तीन आतंकी कमांडर हैं जैश-ए-मुहम्मद के सर्वेसर्वा मसूद अजहर। लश्करे तैयबा को चलाने वाले हाफिज मुहम्मद सईद और हिजबुल मुजाहिदीन के सुप्रीम कमांडर सैयद सलाहुद्दीन। अगर इन तीनों आतंकियों को पाकिस्तान भारत सरकार को सौंप दे तो कश्मीर में आतंकवाद की कमर 90 प्रतिशत अवश्य टूट जाएगी। लश्करे तैयबा का प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद कभी कश्मीर नहीं आया लेकिन कश्मीर में फैले आतंकवाद का वह जिम्मेदार है। जैश-ए-मुहम्मद का सरगना मसूद अजहर और हिजबुल मुजाहिदीन सरगना सैयद सलाहुद्दीन कश्मीर में आतंकी घटनाओं का सीधा जिम्मेदार है।

इन तीनों आतंकी कमांडरों के खिलाफ कश्मीर घाटी में कई मामले दर्ज हैं। कई मामलों में उनकी संलिप्तता प्रत्यक्ष है तो कई में परोक्ष। कश्मीर पुलिस के महानिदेशक के मुताबिक, यही तीन गुट कश्मीर में सक्रिय हैं, जबकि अन्य का सफाया हो चुका है। सैयद सलाहुद्दीन के खिलाफ जम्मू कश्मीर के तत्कालीन विद्युत मंत्री गुलाम हसन बट के कत्ल का मामला भी है। बट की एक बारूदी सुरंग विस्फोट में मौत हो गई थी। जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ पहली अक्टूबर को कश्मीर विधानसभा के बाहर आत्मघाती हमला कराने का मामला है, जिसमें 46 लोग मारे गए थे।