सैन्य जवाबी कार्रवाई का श्रेय भारतीय सशस्त्र बलों को जाना चाहिए, किसी राजनीतिक दल को नहीं: सीएम
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने कहा कि पाकिस्तान को भारत की कड़ी सैन्य प्रतिक्रिया का श्रेय सशस्त्र बलों को जाना चाहिए, किसी राजनीतिक दल को नहीं| मैसूरु के निकट एच.डी. कोटे में अपने आगमन पर हेलीपैड पर पत्रकारों से बात करते हुए सिद्धरामैया ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए देश के रक्षा बलों को श्रेय दिया जाना चाहिए| जब पत्रकारों ने उनका ध्यान पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध का श्रेय लेने के लिए भाजपा द्वारा किए जा रहे कथित प्रयासों की ओर आकर्षित किया, तो उन्होंने कहा कोई भी राजनीतिक दल इसका श्रेय नहीं ले सकता|
हालांकि मुख्यमंत्री ने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम पर निर्णय लेने से पहले केंद्र को एक सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए था, क्योंकि यह एक गंभीर मामला था| एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कर्नाटक में सभी पाकिस्तानी नागरिक राज्य छोड़ चुके हैं, सिवाय तीन बच्चों के, जिनकी उम्र ६ साल से कम है| तीनों के पिता पाकिस्तानी नागरिक हैं, जबकि मां भारतीय हैं| हालांकि बच्चों को पाकिस्तान भेजने के लिए सीमा पर ले जाया गया, लेकिन उन्हें लेने के लिए कोई नहीं था|
उन्होंने कहा कि वह दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) के बीच होने वाली बैठक में घटनाक्रम का इंतजार करेंगे| तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में पाकिस्तान के साथ १९७१ के युद्ध और दोनों देशों के बीच वर्तमान युद्ध के बीच तुलना पर, सिद्धरामैया ने कहा कि पिछले युद्ध को ५४ साल से अधिक समय बीत चुका है, और परिस्थितियां अलग हैं| कांग्रेस सरकार सत्ता में दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में समारोह आयोजित करने की योजना बना रही है|
इससे पहले, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे को सूचित किया गया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के बढ़ने के मद्देनजर समारोह स्थगित कर दिया जाएगा| पिछली बार राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में संघर्ष विराम पर निर्णय नहीं लिया गया था|
सिद्धरामैया ने कहा युद्ध विराम के बाद, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और के.सी. वेणुगोपाल गांधी और खड़गे के साथ समारोहों पर चर्चा करेंगे| इसके बाद वे राज्य कांग्रेस नेतृत्व के पास वापस लौटेंगे| मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल के बारे में पूछे जाने पर सिद्धरामैया ने कहा कि वे इस बारे में मीडिया को जानकारी देंगे| उन्होंने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं और कर्नाटक तथा भारत में शांति के लिए प्रार्थना की|