दुनिया ने भारत की रक्षा-शक्ति देखी
कैबिनेट मंत्रियों की बैठक में बोले प्रधानमंत्री मोदी
स्वदेशी हथियारों की ताकत साबित हुई
नई दिल्ली, 05 जून (एजेंसियां)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री ने अपने काबीना मंत्रियों को बताया कि पूरी दुनिया ने भारत की रक्षा शक्ति देख ली है। अब युद्ध की प्रकृति बदल गई है और सब कुछ सिर्फ 20 मिनट में हो सकता है। स्वदेशी हथियारों ने अपनी ताकत साबित कर दी है और दिखाया है कि वे किसी से कम नहीं हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध की बदलती प्रकृति पर प्रकाश डाला और कहा कि मेक इन इंडिया हथियार और प्लेटफॉर्म सरकार की प्राथमिकता होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हमारे लक्ष्य बड़े हैं और समय कम है। हमें लक्ष्य ध्यान में रखकर काम करना होगा। पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना के शौर्य की सराहना की और कहा कि पहले लड़ाई कई-कई दिन चलती थी, लेकिन हमने 22 मिनट में ही फैसला कर दिया। पीएम मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद से ऊंचे लक्ष्य रखने और उन्हें हासिल करने के लिए तेजी से काम करने को कहा।
मंत्रिमंडल की बैठक में बैठक में बाकायदा एक प्रस्तुति भी दी गई, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष में भारत की ताकत पर जोर दिया गया। इस बात को खास तौर पर रेखांकित किया गया कि पाकिस्तान ने खुद स्वीकार किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसे भारी क्षति हुई। प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष में ड्रोन के इस्तेमाल की चर्चा की और कहा कि मेक इन इंडिया हथियार सरकार की प्राथमिकता होंगे।
प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रियों को यह निर्देश दिया कि वे महत्वपूर्ण जिलों और ब्लॉकों का दौरा करें और वहां कम से कम 24 घंटे बिताएं। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह बैठक ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बैठक थी जो साढ़े तीन घंटे से अधिक समय तक चली। बैठक के दौरान कैबिनेट सचिव टीवी सामनाथन ने परिवर्तनकारी शासन के 11 वर्ष पर एक प्रेजेंटेशन दी, जिसमें एनडीए सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा दिया गया। इस अवसर पर केंद्र सरकार के सचिव भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने मंत्रियों और सचिवों से कहा कि वे पिछले 10 साल की उपलब्धियों की तुलना उसके पहले के 10 वर्षों से न करें और आने वाले साल के लिए निर्धारित लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग की सचिव देबाश्री मुखर्जी ने अपने मंत्रालय के कैच द रेन अभियान पर एक प्रस्तुति दी। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि मनरेगा के फंड का इस्तेमाल जल संरक्षण कार्यों के लिए किया जाना चाहिए, जैसा कि अन्य पीएमएवाई-जी योजनाओं में किया जाता है। पीएम मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद से ऊंचे लक्ष्य रखने और उन्हें पाने के लिए कड़ी मेहनत करने को कहा। बैठक में अलग-अलग मंत्रालयों की खास उपलब्धियों को दिखाया गया। सरकार इन उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएगी, क्योंकि 9 जून को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, हम जो भी काम करें, वह क्वालिटी का काम हो। पूरा विश्व हमारी तरफ देख रहा है। जो भी प्रोजेक्ट हैं, उन्हें जल्दी-जल्दी पूरा करें। उनमें दखलंदाजी न करें। नीति आयोग ने आकांक्षी जिला प्रोजेक्ट को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। कैबिनेट मीटिंग में यह जानकारी भी दी गई कि जल्दी ही सभी मंत्रालय सेंट्रल विस्टा में बने नए सचिवालय में शिफ्ट होंगे, जहां काम करने के लिए अधिक जगह मिलेगी।
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