केरल ले जाकर दलित लड़कियों को बना रहे फिदाईन
यूपी की दलित लड़कियों को बनाया जा रहा मुसलमान
देशभर में गिरोह सक्रिय, जांच में पुलिस निष्क्रिय
उत्तर प्रदेश की दलित लड़कियों को केरल ले जाकर उन्हें मुसलमान बनाया जा रहा है। संदेह है कि जबरन मुसलमान बनाई गई लड़कियों को फिदाईन बनाने की तैयारी है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली है। इस गिरोह में कई मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में एक माह के भीतर द केरल स्टोरी की तरह का दो मामले सामने आ चुके हैं। प्रयागराज की एक नाबालिग दलित लड़की का धर्मांतरण करवा के उसे जेहाद के पाप में झोंका गया। यह काम दरकशा बानो नामकी एक मुस्लिम महिला ने किया, जिसने लड़की का ब्रेन वॉश किया।
इस मामले में पुलिस ने विस्तार से जांच की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। दरकशा बानो दलित नाबालिग लड़कियों को इस्लाम अपनाने के लिए ब्रेनवॉश करती है और उनमें हिंदू धर्म के प्रति जहर भरती है। दरकशा बानो ने दलित लड़की को पैसों का लालच दिया और झांसा देकर उसे केरल लेकर चली गई। दरकशा बानो ने दलित बच्ची को केरल ले जाकर उसका इस्लाम में धर्मांतरण करवा भी दिया। इसके बाद दरकशा ने उसे जेहाद में झोंकने का प्रयास किया। दलित बच्ची को आतंकवादी बनाने की साजिश थी। बताया गया कि दरकशा की सहायता मोहम्मद कैफ नाम के एक युवक ने की। पुलिस ने बड़ी मशक्कत करके पीड़ित बच्ची को पाप के संसार से निकाला और उसे प्रयागराज पहुंचाया। पुलिस ने दरकशा बानो और कैफ को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि दरकशा बानो पहले भी कई नाबालिगों को जेहादी नेटवर्क में शामिल करवा चुकी है। मामले में अब जांच चल रही है। जांच के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं।
आगरा के एक परिवार ने भी हाल ही में अपनी दो बेटियों के इस्लामी धर्मांतरण गैंग में फंसने की शिकायत दर्ज करवाई है। पीड़ित परिवार ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी 2021 में ही गायब हो गई थी। वह आगरा के दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट से पढ़ी हुई है। इस लड़की की दोस्ती एक मुस्लिम लड़की सायमा से थी। सायमा जम्मू-कश्मीर के उधमपुर की रहने वाली थी। सायमा उर्फ खुशबू ने हिंदू लड़की का ब्रेनवॉश किया और उसे गायब करा दिया। उस लड़की की छोटी बहन को भी इस गिरोह ने उसी तरह फंसाया और उसे 25 मार्च 2025 को आगरा से गायब करा दिया। उन दोनों बहनों का पता ही नहीं चला कि वे कहां गईं।
थक हार कर यह परिवार पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने दोनों लड़कियों के बालिग होने की बात कह कर कार्रवाई करने में ढिलाई बरती। सामाजिक दबाव पर पुलिस ने 4 मई 2025 को इस मामले में एफआईआर दर्ज की। एफआईआर में पीड़ित पिता ने बताया कि सायमा ही उनकी दोनों बेटियों को ले गई है। लेकिन पुलिस सायमा को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जांच में पुलिस को यह पता चला कि यह मामला फिल्म द केरल स्टोरी वाला है। दोनों बहनें अब इस्लामी धर्मांतरण गिरोह का हिस्सा बन चुकी हैं और गिरोह के लिए काम कर रही हैं। सायमा का कोई अता-पता नहीं है। पुलिस ने इस मामले में यह भी पता किया कि इस केस के तार जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल और दिल्ली-एनसीआर से भी जुड़े हैं। इस मामले की जांच में केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की भी मदद ली जा रही है।
#DalitGirls, #ForcedConversion, #KeralaConversion, #ReligiousRacket, #UPCrime, #PoliceAction, #ForcedRadicalization, #जिहादगिरोह