948 विरासत वृक्षों को निरंतर संवार रही योगी सरकार

सौ साल से अधिक उम्र के 28 प्रजाति के वृक्ष विरासत श्रेणी में

948 विरासत वृक्षों को निरंतर संवार रही योगी सरकार

लखनऊ07 जुलाई (ब्यूरो)। योगी सरकार विरासत वृक्ष अंगीकरण योजना के तहत सूबे के 948 विरासत वृक्षों को निरंतर संवार रही है। 100 वर्ष से अधिक आयु के 28 प्रजाति के वृक्षों को विरासत वृक्ष घोषित किया गया है। यह वृक्ष प्रदेश के सभी 75 जनपदों में हैं। योगी सरकार पेड़-पौधों के जरिए भी विरासत का सम्मान करने को प्रतिबद्ध है। काशी में सर्वाधिक 99प्रयागराज में 53हरदोई में 37गाजीपुर में 35 और उन्नाव में विभिन्न प्रजातियों के 34 विरासत वृक्ष हैं। योगी सरकार विलुप्त हो रही वृक्ष प्रजातियों के संरक्षण व पौराणिक/ऐतिहासिक अवसरोंमहत्वपूर्ण घटनाओंअति विशिष्ट व्यक्तियों के स्मारकोंधार्मिक परम्पराओं और मान्यताओं से जुड़े हुए वृक्षों को संरक्षित कर जन सामान्य में इसके प्रति जागरूकता पैदा कर रही है। पर्यावरणवन एवं जलवायु परिवर्तन द्वारा विरासत/ हेरिटेज वृक्षों के चयन और अभिलेखीकरण हेतु दिशा-निर्देश दिया गया है।

उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड ने गैर वन क्षेत्र (सामुदायिक भूमि) पर अवस्थित सौ वर्ष से अधिक आयु के 28 प्रजातियों को विरासत वृक्ष घोषित किया है। इनमें अरुअर्जुनआमइमलीकैमकरीकुसुमखिरनीशमीगम्हारगूलरछितवनचिलबिलजामुननीएडनसोनियापाकड़पीपलपीलूबरगदमहुआमहोगनीमैसूर बरगदशीशमसालसेमलहल्दू  तुमाल शामिल हैं। इसमें बरगद प्रजाति के 363 और पीपल प्रजाति के 422 वृक्ष हैं। विरासत वृक्ष में आध्यात्मिक और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े वृक्ष शामिल किए गए हैं। योगी सरकार यूपी के सभी 75 जिलों में विरासत वृक्षों को खोजकर इन्हें संरक्षित करने को लेकर प्रतिबद्ध है। सीएम योगी के गृह जनपद गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर परिसर में हनुमान मंदिरकाली मंदिर के समीप और गौशाला के अंदर बरगद और पाकड़ वृक्षों सहित पूरे जनपद में 19 वृक्ष विरासत वृक्ष घोषित किए गए हैं। वहीं लखनऊ व वाराणसी के क्रमश: दशहरी आम व लंगड़ा आम के मातृ वृक्षफतेहपुर का बाचन इमलीमथुरा के इमलीतला मंदिर परिसर का इमली वृक्षप्रतापगढ़ का करील वृक्षबाराबंकी में स्थित एडनसोनिया वृक्षहापुड़ और संत कबीर नगर में अवस्थित पाकड़ वृक्षसारनाथ का बोधिवृक्षबाबा झारखंड के नाम से प्रसिद्ध अंबेडकर नगर का पीपल वृक्ष एवं आर्डनेंस क्लॉथ फैक्ट्री शाहजहांपुर में स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा पीपल वृक्ष शामिल है।

 

विशिष्ट विरासत वृक्षों में चीनी यात्री हवेनसांग द्वारा उल्लिखित झूंसी (प्रयागराज) का एडनसोनिया वृक्षमथुरा के टेर कदंब मंदिर परिसर और निधि वन में अवस्थित पीलू वृक्षप्रयागराज के किले में अक्षयवटउन्नाव जनपद में वाल्मीकि आश्रमलव कुश जन्म स्थली व जानकी कुंड नाम से प्रसिद्ध स्थल पर अवस्थित बरगद वृक्ष एवं प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े हुए एनबीआरआई लखनऊ एवं महामाया देवी मंदिर परिसर गाजियाबाद में अवस्थित बरगद वृक्ष शामिल हैं।

Read More चारमाडी घाट पर घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को हुई परेशानी

योगी सरकार विरासत के सम्मान के साथ विरासत वृक्षों की सुरक्षा के लिए आमजन का भी सहयोग लेगी। विरासत वृक्षों की सुरक्षा में प्रत्येक व्यक्ति का योगदान प्राप्त करनेविरासत वृक्षों को जन संवेदना एवं जन भावना से जोड़कर वृक्षों के प्रति स्नेहसद्भाव और अपनत्व की भावना विकसित करने एवं क्षेत्र में ईको पर्यटन को प्रोत्साहन देकर क्षेत्र की जैव विविधता का संरक्षणसंवर्धन व जागरूकता व संवेदनशीलता विकसित करने का भी योगी सरकार प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में कुल 948 विरासत वृक्ष हैं। इनमें सर्वाधिक विरासत वृक्ष वाराणसी में हैं। यहां कुल 99 विरासत वृक्ष हैं। वहीं प्रयागराज में कुल 53 विरासत वृक्ष हैं। हरदोई में यह संख्या 37गाजीपुर में 35उन्नाव में 34रायबरेली में 32 और झांसी में 30 है। फिरोजाबाद में 29लखीमपुर खीरी में 27बरेली व बहराइच में 26-26लखनऊ में 25 व जौनपुर में 24 विरासत वृक्ष हैं। इनमें पीपल प्रजाति के 422बरगद के 363 एवं पाकड़ के 57 विरासत वृक्ष शामिल हैं।

Read More न्यायाधीश के आवास पर बड़ी मात्रा में नकदी मिलना आपराधिक कृत्य, कार्रवाई जरूरी: धनखड़