राज्य के अंदरूनी जिलों में बारिश की कमी, बुवाई को झटका

राज्य के अंदरूनी जिलों में बारिश की कमी, बुवाई को झटका

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| दक्षिण-पश्चिम मानसून तटीय और मलनाड क्षेत्रों में सक्रिय है, जिससे लगातार बारिश के कारण भारी वर्षा हो रही है| राज्य के अंतर्देशीय जिलों में बारिश की कमी की मार पड़ी है, जिससे मानसून की बुवाई का मौसम पिछड़ गया है| खेती और बुआई के लिए जमीन तैयार करने के लिए बारिश की कमी के कारण किसानों को नमी की कमी का सामना करना पड़ रहा है| मई में अच्छी बारिश से किसान उत्साहित थे|

जून में सामान्य से कम बारिश हुई थी| जुलाई के पहले सप्ताह में भी बारिश की कमी जारी रही है| मानसून सीजन की बुवाई के मौसम में बारिश बंद हो गई है और बोई गई फसलें सूख रही हैं| अगर यही स्थिति बनी रही तो लगातार बारिश की कमी के कारण फिर से सूखे की आशंका मंडरा रही है| पिछले चार-पांच सप्ताह से राज्य के अंतर्देशीय क्षेत्रों के कई जिलों में शुष्क मौसम देखा जा रहा है| हालांकि छिटपुट मध्यम बारिश हुई है, लेकिन लगातार तेज हवाओं के कारण नमी भी कम हो गई है|

ऐसे में किसान आसमान की ओर सिर उठाए हुए हैं| कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, तटीय और मलनाड जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है| हालांकि, उत्तर और दक्षिण आंतरिक के कई जिलों में शुष्क मौसम जारी है और बारिश की कमी गंभीर है| दक्षिणी आंतरिक जिले बेंगलूरु सिटी, बेंगलूरु ग्रामीण, बेंगलूरु दक्षिण, कोलार, चिक्कबल्लापुर, तुमकुरु, चामराजनगर और मैसूरु में सामान्य से कम बारिश हुई है|

इस क्षेत्र में ८.१ मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से २४ प्रतिशत कम है| इसी तरह, उत्तरी आंतरिक जिले बल्लारी, कोप्पल, विजयनगर, बीदर, गदग, हावेरी और धारवाड़ में भी कम बारिश हुई है| उत्तरी आंतरिक में १९.६ मिमी बारिश हुई| हालांकि, कुछ जिलों में भारी बारिश के कारण बारिश सामान्य से ११ प्रतिशत अधिक रही| राज्य के अधिकांश शेष जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है|

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