अवैध वायरलेस टेलीकॉम नेटवर्क का भंडाफोड़
लखनऊ/आजमगढ़, 24 अप्रैल (एजेंसियां)। उत्तर प्रदेश के दूरसंचार विभाग ने आजमगढ़ जिले के कोटिला क्षेत्र में छापा मार कर अवैध वायरलेस टेलीकॉम नेटवर्क गिरोह का पर्दाफाश किया। विभाग ने यह छापामारी टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सहयोग से की। इस कार्रवाई के दौरान अवैध वायरलेस टेलीकॉम नेटवर्क स्थापित करने के लिए उपयोग किए जा रहे उपकरण जब्त किए गए। जब्त उपकरणों में 4 सिम-बॉक्स, 3 मॉडेम, 269 अवैध रूप से खरीदे गए सिम कार्ड, 2 लैपटॉप और 2 एंड्रॉइड मोबाइल फोन शामिल हैं।
यह नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को इंटरनेट के माध्यम से भारत में लाकर अंतरराष्ट्रीय लॉन्ग डिस्टेंस ऑपरेटर्स (आईएलडीओ) को बायपास करता था। इन कॉल्स में अंतरराष्ट्रीय नंबर की कॉलिंग लाइन आइडेंटिफिकेशन (सीएलआई) की जगह भारत में स्थित स्थानीय नंबरों के सीएलआई का उपयोग किया जाता था, जो दूरसंचार अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों का गंभीर उल्लंघन है।
उक्त प्रकरण में हसन अहमद और सहजाद नामक दो व्यक्तियों के खिलाफ संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह छापेमारी दूरसंचार उपभोक्ताओं द्वारा टोल फ्री नंबर 1963/1800110420 अथवा संचार साथी पोर्टल और मोबाइल ऐप पर की गई रिपोर्टिंग के आधार पर की गई, जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय इनकमिंग कॉल्स में अंतरराष्ट्रीय सीएलआई की जगह लोकल सीएलआई प्राप्त होने की सूचना दी थी।
दूरसंचार विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी कॉल में इस प्रकार की अनियमितता दिखाई दे तो वह तुरंत टोल फ्री नंबर 1963/1800110420 या संचार साथी पोर्टल अथवा मोबाइल ऐप के माध्यम से इसकी रिपोर्ट करें। इस प्रकार की सजग नागरिक भागीदारी से ही भारत को डिजिटल धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों से मुक्त किया जा सकता है।