भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को चुन कर किया ध्वस्त

 पूरी पड़ताल और रिसर्च के बाद चुने गए नौ टारगेट

 भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को चुन कर किया ध्वस्त

नई दिल्ली, 07 मई (एजेंसियां)। बुधवार तड़के भारत ने समन्वय तरीके से ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। जिन ठिकानों को निशाना बनाया गयाउनमें आतंक के वो अहम ठिकाने शामिल हैंजो लंबे समय से आतंकियों की पनाहगाह बने हुए थे। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान में जिन नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया हैउनमें बहावलपुरमुरीदकेचक अमरूसियालकोटभीमबेरगुलपुरकोटलीबाघ और मुजफ्फराबाद के इलाके शामिल हैं।

भारतीय सेना ने पूरी पड़ताल और शोध के बाद पाकिस्तान और पीओके के कुल नौ ठिकानों को निशाने पर लिया। इनमें बहावलपुर पाकिस्तान के दक्षिणी पंजाब का इलाका है। भारतीय हमले में बहावलपुर मुख्य निशाना था। दरअसल बहावलपुर में ही आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का मुख्यालय है। भारत में कई आतंकी हमलों में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता रही है। साल 2001 में हुए संसद हमले और 2019 में हुए पुलवामा हमले में भी जैश का हाथ था। भारत ने बहावलपुर में जैश के ठिकाने मरकज शुभान अल्लाह को निशाना बनाया। मरकज में ही जैश के मुखिया मौलाना मसूद अजहरमुफ्ती अब्दुल रउफ असगरमौलाना अम्मार का घर भी है।

मुरीदके लाहौर से करीब 40 किलोमीटर दूर है। मुरीदके आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा और इसकी शाखा जमात उद दावा का केंद्र माना जाता है। मुरीदके में लश्कर ए तैयबा का ट्रेनिंग सेंटर है और यह करीब 200 एकड़ इलाके में फैला है। भारत में साल 2008 में हुए मुंबई हमले में भी लश्कर का हाथ था। 26/11 के हमलावरों की ट्रेनिंग भी मुरीदके में ही हुई थी। कोटली पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का इलाका है। भारत का दावा है कि यह आत्मघाती हमलावरों और उग्रवादियों का प्रशिक्षण केंद्र है। कोटली में एक बार में 50 से ज्यादा आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है। गुलपुर जम्मू कश्मीर में आतंकियों का लॉन्च पैड माना जाता है। खासकर राजौरी और पुंछ इलाकों में होने वाली आतंकी घुसपैठ गुलपुर से ही होती है। भारतीय सुरक्षा बलों के काफिले पर हमलों को अंजाम देने के लिए अक्सर इस ठिकाने का इस्तेमाल किया जाता है। सियालकोट का महमूना कैंप भी भारतीय सेना के निशाने पर रहा। महमूना कैंप हिजबुल मुजाहिदीन का ठिकाना था। हिजबुल मुजाहिदीन हाल के वर्षों में कमजोर हुआ हैलेकिन अभी भी इसकी स्थानीय नेटवर्क पर पकड़ है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के तंगधार सेक्टर स्थित सवाई इलाके में लश्कर ए तैयबा का कैंप है। साल 2024 में गांदरबलगुलमर्ग और अब पहलगाम के आतंकी हमले की योजना भी सवाई में ही बनाई गई थी। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूद सरजाल और बरनाला भी कश्मीर में आतंकी घुसपैठ के लॉन्च पैड माने जाते हैं। जिन्हें भारतीय सेना ने निशाना बनाया।

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