मोदी सरकार ने बीबीसी को लगाई कड़ी फटकार
- पुलवामा हमले के बाद आतंकवादियों को बताया था 'मिलिटेंट'
- कश्मीर को भी लेकर प्रोपेगेंडा करता रहा है ब्रिटिश मीडिया संस्थान
नई दिल्ली, 28 अप्रैल (एजेंसी)। ब्रिटिश समाचार संस्था बीबीसी की मोदी सरकार ने जोरदार लताड़ लगाई है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी बीबीसी लगातार प्रोपेगेंडा कर रहा था। आतंकियों को ‘मुक्तिदा’ बताया जा रहा था। अब विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है। बीबीसी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विदेश मंत्रालय की एक्प्लेनिंग डिवीजन ने बीबीसी की रिपोर्टिंग के खिलाफ भारत सरकार की आपत्ति दर्ज कर लिखी है। विदेश मंत्रालय ने भारत में बीबीसी की रिपोर्टिंग और मार्किंग को लेकर उसकी रिपोर्ट्स में दिखाई गई भारत विरोधी प्रवृत्ति को भारतीयों की भावनाओं का अपमान करार दिया है।
विदेश मंत्रालय ने यह भी आरोप है कि आगे भी अगर इस प्रकार की रिपोर्टिंग की रिपोर्टिंग की गई तो बीबीसी को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना होगा। बीबीसी पर आरोप है कि पुलवामा हमले के बाद अपनी रिपोर्टिंग में आतंकियों के लिए ‘आतंकी’ शब्द का उपयोग करने के बजाय ‘मिलिटेंट’ (उग्रवादी) लिखा था। वह इन आतंकियों ना लिख कर ‘चरणपंथी’ लिखता है। चरणपंथी शब्द किसी गैर हिंसक व्यक्ति के लिए भी लिखा जा सकता है।
बीबीसी की करतूतें सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं। कश्मीर के मामलों में भी प्रोपेगेंडा करता आया है। वह अपनी रिपोर्टिंग में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के बजाए पाकिस्तानी एजेंसियों की जानकारी का हवाला देता है। भारत प्रशासित कश्मीर जैसे शब्दों का उपयोग करता है।
बीबीसी की रिपोर्टिंग में आतंकियों को पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षित कश्मीरी को पाकिस्तानी एजेंसियों यानी आईएसआई के समर्थन से भेजा गया आतंकवादी कहने की बजाय 'मिलिटेंट' कहता है। और यह इलाकाई संघर्ष का रूप दिखाते हुए भारत को बदनाम करने की कोशिश करता है। बीबीसी ने पिछले कुछ वर्षों में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए भी इसी तरह की झूठी खबरें फैलाई हैं।
इस प्रकरण में नरेंद्र मोदी की सरकार ने बीबीसी को कड़ी फटकार लगाई है।