हमले के विरोध में बंद रहा पूरा जम्मू-कश्मीर

 35 वर्ष में पहली बार घाटी में रहा शटर-डाउन

हमले के विरोध में बंद रहा पूरा जम्मू-कश्मीर

श्रीनगर/जम्मू, 23 अप्रैल (एजेंसियां)। 35 साल में पहली बार आतंकी हमले के खिलाफ कश्मीर घाटी में इतना बड़ा बंद रहा। श्रीनगर में अधिकांश दुकानेंपेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। पहलगाम पर्यटन स्थल में हुई हत्याओं के विरोध में बंद के आह्वान का सभी क्षेत्रों के संगठनों ने समर्थन किया।

श्रीनगर में केवल आवश्यक वस्तुओं की कुछ दुकानें ही खुली रहीं। सार्वजनिक परिवहन भी कम रहानिजी वाहन भी सड़क पर कम निकले। घाटी में निजी स्कूल भी बंद रहे। सरकारी स्कूल खुले थे, लेकिन छात्रों की आमद नहीं के बराबर रही। कश्मीर घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में भी बंद का असर देखा गया। घाटी में कई स्थानों पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी हुएजिसमें प्रदर्शनकारियों ने हमले की निंदा की। उन्होंने निर्दोष लोगों की हत्या बंद करने के नारे लगाए।

पहलगाम हमले के विरोध में कई राजनीतिक दलोंसामाजिक-धार्मिक संगठनोंव्यापार निकायों और नागरिक समाज समूहों ने कश्मीर में बंद का आह्वान किया। सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी)पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अपनी पार्टी उन राजनीतिक संगठनों में शामिल हैं जिन्होंने हमले के विरोध में बंद का समर्थन किया।

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