India-Pakistan तनाव के बीच देश में होने लगा BJP vs Congress
राजनीति करने का टाइम आ गया?
नई दिल्ली, 10 मई, (एजेंसी)। राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में अपनी-अपनी भूमिकाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच शनिवार को राजनीतिक विवाद छिड़ गया, जब सत्तारूढ़ पार्टी ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर निशाना साधा, जबकि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। शनिवार की सुबह, एक्स पर एक पोस्ट में, भाजपा ने कहा, “यूपीए शासन की निष्क्रियता के विपरीत, न्यू इंडिया में निरर्थक शांति वार्ता के लिए कोई धैर्य नहीं है।”
सत्तारूढ़ पार्टी ने वीडियो में इस बात का उल्लेख किया है कि आतंकी हमलों के बाद कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता की, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही है। इसमें यह भी कहा गया है, "दुश्मनों के लिए संदेश स्पष्ट है। हमसे पंगा मत लो।" पोस्ट के साथ एक वीडियो में 2005 के दिल्ली धमाकों की तस्वीरें इस्तेमाल की गई हैं, जिसमें 62 से ज़्यादा लोग मारे गए थे, 2006 के ट्रेन धमाकों में 209 से ज़्यादा लोग मारे गए थे और 2008 के मुंबई हमलों में 166 से ज़्यादा लोग मारे गए थे, साथ ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तस्वीरें भी इस्तेमाल की गई हैं और इस बात पर ज़ोर दिया गया है कि इन घटनाओं के बाद शांति वार्ता हुई थी।
आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा से राजनीति से दूर रहने को कहा। पार्टी ने एक्स पर कहा कि जब पूरा देश एकजुट होकर पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है, तब सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के लिए इस तरह की राजनीति करना उचित नहीं है। यह राजनीति का समय नहीं है, बल्कि पूरे देश को एकजुट होकर पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय है।
वीडियो में पूर्व प्रधानमंत्री की एक तस्वीर के ऊपर लिखा है, "कोई प्रतिशोध नहीं, कोई सबक नहीं सिखाया गया।" इसको लेकर भाजपा पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट किया, तो अब राजनीति करनी है? राजनीति करने का टाइम आ गया? सरकार को विपक्ष के साथ की ज़रूरत नहीं है? क्या अब एकजुटता का संदेश नहीं देना है? सरकार और भाजपा स्पष्ट करे।