आरसीबी के समारोह पर केएससीए द्वारा सरकार को लिखे गए पत्र का खुलासा
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| यह बात सामने आई है कि देशभर में बड़ा विवाद खड़ा करने वाले कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) ने ३ जून को राज्य सरकार को पत्र लिखकर विधान सौधा में सम्मान समारोह आयोजित करने की अनुमति मांगी थी| सरकार ने पहले कहा था कि केएससीए ने कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में कोई पत्र नहीं लिखा है|
पत्र में खुलासा किया गया है कि सरकार को इस बात की जानकारी दी गई थी कि अगर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु आईपीएल २०२५ का खिताब जीतती है तो विधान सौधा में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा| पत्र में डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क नामक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को विधान सौधा ग्रैंड स्टेप्स में ४ जून को आयोजित होने वाले सम्मान समारोह की व्यवस्था करने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था| यह पत्र ३ जून को शाम ७:३० बजे सरकार के पास पहुंच गया| एससीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुभेंदु घोष द्वारा हस्ताक्षरित राज्य सरकार के कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग को भेजे गए पत्र में अतिथि सूची का भी उल्लेख किया गया है|
पत्र में यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री आरसीबी के खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को सम्मानित करने के लिए इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे| केएससीए ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया और घोष को सलाह दी कि यदि किसी और स्पष्टीकरण की आवश्यकता हो तो वे डीपीएआर कार्यालय से संपर्क करें| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने ४ जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में ११ लोगों की मौत के बाद बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि राज्य सरकार केएससीए द्वारा आयोजित स्टेडियम कार्यक्रम में भाग नहीं लेगी| स्टेडियम में समारोह से पहले विधान सौधा में आईपीएल २०२५ विजेताओं के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया था|
विधान सौधा के सामने एक लाख से अधिक लोग एकत्र हुए, लेकिन सौभाग्य से वहां कोई अप्रिय घटना नहीं हुई| हालांकि, ३५,००० की क्षमता वाले स्टेडियम में करीब दो से तीन लाख लोग एकत्र हुए| यह पूरी तरह से अप्रत्याशित था| मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया था कि स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन केएससीए ने किया था, राज्य सरकार ने नहीं| उन्होंने कहा कि सरकार की भूमिका अनुमति देने और पुलिस सुरक्षा प्रदान करने तक सीमित थी| हमने अनुमति दी और सुरक्षा के लिए पूरे बेंगलूरु पुलिस बल को तैनात किया| उन्होंने यह कहकर अपना बचाव किया था कि सरकार ने स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित नहीं किया था|