सरकारी और निजी स्कूलों को छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी करने के सख्त आदेश जारी

सरकारी और निजी स्कूलों को छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी करने के सख्त आदेश जारी

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| गर्मी की छुट्टियां खत्म होने और बच्चों के स्कूल लौटने के साथ ही कोरोना महामारी को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने सरकारी और निजी स्कूलों को छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी करने के सख्त आदेश जारी किए हैं|

मुख्यमंत्री सिद्धरामैया की अध्यक्षता में कोविड-१९ स्थिति समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सेवा आयुक्तालय ने सरकारी और निजी स्कूलों को एक परिपत्र जारी किया है| आदेश में कहा गया है कि अगर स्कूली बच्चों में बुखार, खांसी और जुकाम के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें स्कूल नहीं भेजा जाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के अनुसार उचित उपचार और देखभाल के उपाय करने चाहिए|

बुखार और जुकाम कम होने के बाद ही बच्चों को स्कूल भेजा जाना चाहिए| अगर स्कूल आए बच्चों में बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो माता-पिता को तुरंत सूचित किया जाना चाहिए और ऐसे बच्चों को घर भेज दिया जाना चाहिए| इसी तरह, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बीमारी के कोई भी लक्षण दिखाई देने पर उचित एहतियाती उपाय अपनाएं|

सभी को किसी भी संक्रमण को फैलने से रोकने को प्राथमिकता देनी चाहिए| परिपत्र में यह भी सलाह दी गई है कि यदि संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं, तो लोगों को हाथ की स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए और अन्य कोरोना नियंत्रण उपाय करने चाहिए, और महामारी कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए|

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