शेख मुजीबुर्रहमान अब बांग्लादेश के राष्ट्रपिता नहीं

 बंग-विरोधी यूनुस ने ध्वस्त की बंग-बंधु की प्रतिष्ठा

 शेख मुजीबुर्रहमान अब बांग्लादेश के राष्ट्रपिता नहीं

ढाका, 04 जून (एजेंसियां)। बंग-विरोधी मोहम्मद यूनुस ने बंग-बंधु शेख मुजीबुर्रहमान की प्रतिष्ठा ध्वस्त कर दी। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कानून में संशोधन करके शेख मुजीबुर्रहमान को बांग्लादेश के राष्ट्रपिता के ओहदे से हटा दिया है। मुक्ति युद्ध की परिभाषा में भी बदलाव किया गया है। इस परिभाषा से भी मुजीबुर्रहमान का नाम पूरी तरह हटा दिया गया है।

मोहम्मद यूनुस ने कुछ ही दिन पहले शेख मुजीबुर्रहमान की तस्वीर को नए नोटों से हटा दिया। अंतरिम सरकार ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी परिषद अधिनियम में संशोधन किया हैजिससे स्वतंत्रता सेनानी की परिभाषा को बदल दिया गया है।  बांग्लादेश के कानूनन्याय और संसदीय कार्य मंत्रालय ने इस संशोधन से जुड़ा अध्यादेश मंगलवार की रात को जारी किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि कानून में राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान शब्द को भी संशोधित किया गया है। कानून में जहां-जहां बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान का नाम लिखा हुआ थाउन हिस्सों को पूरी तरह से मिटा दिया गया है।

सरकार की ओर से जारी नए अध्यादेश में मुक्ति युद्ध की परिभाषा में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। नई परिभाषा में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान का नाम पूरी तरह हटा दिया गया है। नए अध्यादेश में यह भी बदलाव किया गया है कि किसे मुक्ति युद्ध से सीधे जुड़ा हुआ माना जाएगा और किसे नहीं। संशोधित कानून के अनुसारमुजीबनगर सरकार यानी युद्धकालीन निर्वासित सरकार से जुड़े सभी संसद सदस्य और विधायक जिन्हें पहले संविधान सभा का सदस्य माना जाता थाअब स्वतंत्रता सेनानी नहीं कहलाए जाएंगे। अब उन्हें एक नई श्रेणी स्वतंत्रता संग्राम के सहयोगी में रखा गया है।