यह समय एकजुटता दिखाने का है, सियासत का नहीं

सुप्रिया सुले ने कांग्रेस की राजनीतिक चालबाजी पर फेरा पानी

 यह समय एकजुटता दिखाने का है, सियासत का नहीं

नई दिल्ली, 07 जून (एजेंसियां)। यह समय राजनीति का नहीं है। यह भारत की सुरक्षा का मामला है। देश पहले आता हैफिर राज्यफिर पार्टी और फिर परिवार। ये बात एनसीपी के शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया कांग्रेस से कही है। उन्होंने कांग्रेस से द्वारा सरकार पर विशेष सत्र बुलाने की कांग्रेस की योजना पर पानी फेर दिया है। सुप्रिया सुले इस वक्त ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर बेनकाब करने के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ हैं।

सुप्रिया सुले का मानना है कि ये वक्त सरकार से तीखे सवाल करने की जगह वैश्विक स्तर पर भारत की एकजुटता को प्रदर्शित करने का है। कांग्रेस द्वारा विशेष सत्र बुलाने के लिए सहमति हस्ताक्षर के लिए संपर्क किए जाने का खुलासा किया। उन्होंने बताया कहा कि मैंने कांग्रेस को कह दिया है कि इस वक्त मैं देश से बाहर हूं और ये सही समय नहीं है। मैंने उन्हें सलाह दी है कि मेरे वापस आने के बाद ही हम इस पर बात करेंगे। लेकिनउससे पहले ही कांग्रेस ने पत्र भेज दिया है। भारत सरकार के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सुले का कहना है कि हम इस पर सरकार से सवाल अवश्य करेंगेकेवल एनसीपी ही नहींसभी दल इस पर सवाल जबाव मांगेंगेलेकिन सही वक्त आने पर। अभी वक्त है दुनिया को ये दिखाने का कि हम आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं।

गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेशों में भारत सरकार द्वारा बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा गया है। लेकिनदूसरी ओर राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सरकार लगातार युद्ध उन्माद भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेता लगातार सीजफायर को लेकर सरकार को बदनाम करने की कोशिशें कर रहे हैं। इसी मंशा के तहत कांग्रेस समेत 16 विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।