भाजपा ने जनेऊ मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया
राज्य सरकार पर हिंदू भावनाओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया
उडुपी/शुभ लाभ ब्यूरो| सीईटी परीक्षा के अभ्यर्थियों के जनेऊ जबरन उतारने की घटना की निंदा करते हुए उडुपी भाजपा ने उडुपी उपायुक्त कार्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन किया| विभिन्न धार्मिक संगठनों की भागीदारी में आयोजित विरोध सभा में ब्राह्मण नेताओं ने जनेऊ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए भाषण दिए| उडुपी में धार्मिक प्रथाओं और परंपराओं के संरक्षण की मांग करते हुए उपायुक्त डॉ. के. विद्याकुमारी को ज्ञापन सौंपा गया|
उपायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं से राज्य सरकार को अवगत कराया जाएगा| उडुपी के विधायक यशपाल सुवर्णा ने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा मौजूदा सरकार हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया अपने कार्यकाल में हिंदुओं की मान्यताओं की अनदेखी करते हुए केवल एक धर्म को बढ़ावा देते नजर आ रहे हैं| यह विरोध उडुपी का संदेश है, जहां सभी हिंदू जातियां इस अन्याय के खिलाफ एकजुट हैं| जनीवरा सिर्फ एक धागा नहीं है, यह परंपरा और आस्था का प्रतिनिधित्व करता है| अगर सरकार इसी राह पर चलती रही तो राहुल गांधी और सोनिया गांधी जैसे नेताओं को भी जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा| यह सिर्फ विरोध नहीं है| यह एक चेतावनी है| धार्मिक नेता हर्गा हरिप्रसाद भट ने जनिवारा के आध्यात्मिक महत्व पर जोर देते हुए कहा जनिवारा व्यक्ति के दूसरे जन्म का प्रतिनिधित्व करता है- एक भौतिक और एक आध्यात्मिक| इसे पहनने वाले लोग अनुशासित, शांतिपूर्ण जीवन जीते हैं| जनिवारा को निशाना बनाकर सरकार हमारी परंपराओं की नींव को उखाड़ने का प्रयास कर रही है| मामले की गंभीरता के बावजूद, सरकारी अधिकारियों या शिक्षा विभाग की ओर से कोई माफी या स्पष्टीकरण नहीं आया है| यह एक बहुत ही चिंताजनक प्रवृत्ति है|
कश्मीर में पर्यटकों पर उनके धर्म के आधार पर हमला किया जाता है| इसी तरह, हिंदू परंपराओं में हस्तक्षेप करके, हमारी अपनी सरकार समुदाय को हाशिए पर धकेल रही है| धार्मिक नेता चेम्पी रामचंद्र भट ने दुख और निराशा व्यक्त की| जिस छात्र से जनेऊ हटाने के लिए कहा गया, उसका दर्द हमारा दर्द है| सरकार को माफी मांगनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं फिर न हों| जबकि जम्मू और कश्मीर एक ऐसी जगह है जहाँ हम जाने का सपना देखते हैं, यह इस बात का भी प्रतीक बन रहा है कि कैसे धर्म खतरे में है| धार्मिक नेता सागरी आनंद तीर्थ ने कहा आमतौर पर हम कार्यक्रमों से पहले एक-दूसरे को खुशी से बधाई देते हैं, लेकिन आज हम दुख के साथ इकट्ठा होते हैं| मैंने अपनी आवाज की समस्या के कारण हाल ही में पढ़ाना बंद कर दिया है, लेकिन आज मुझे बोलना चाहिए| अगर मैं अभी चुप रहा, तो शायद मैं फिर कभी न बोलूँ| मैं विरोध प्रदर्शन में युवाओं की कमी से भी चिंतित हूँ| युवा पीढ़ी धार्मिक प्रथाओं से खुद को दूर कर रही है| विरोध प्रदर्शन में उडुपी के विधायक यशपाल सुवर्णा, जिला भाजपा अध्यक्ष किशोर कुमार, भाजपा नेता उदय कुमार शेट्टी, भाजपा युवा मोर्चा उडुपी के सचिव शशांक शिवथैया और धार्मिक नेता हर्गा हरिप्रसाद भट सहित अन्य लोग शामिल हुए|