अफगानिस्तान के एयरबेस पर चीन ने किया कब्जा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा
न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन, 02 मई (एजेंसियां)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद सनसनीखेज दावा किया है। उनका कहना है कि अफगानिस्तान के एक एयरबेस पर चीन ने कब्जा कर लिया है। ट्रंप के अनुसार अफगानिस्तान के बगराम एयर बेस को चीन अपने कब्जे में ले लिया है। यह वही एयरबेस है जिसे अमेरिकन ने 2021 में खाली कर दिया था। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपने सबसे बड़े 'एयरफोर्स' बेस बगराम को जुलाई 2021 में खाली कर दिया था। समय उस वक्त अमेरिका के राष्ट्रपति थे।
ट्रंप ने अमेरिकी के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय 'व्हाइट हाउस' में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्वीकृति के बिना यह छुट्टियां को लेकर, वहां बनाया एक प्रमुख सैन्य ठिकाना था, को खाली करने का फैसला लिया। ट्रंप ने कहा कि चीन ने अब इस पर कब्जा कर लिया है। ट्रंप ने दावा किया कि अफगानिस्तान के इसी एयरबेस से अमेरिकी सेना की वापसी को लेकर तालिबानियों ने भी कई आपत्तियां जताई थीं। उन्होंने कहा कि चीन अब इस एयरबेस से अमेरिकी परमाणु बमों के लिए जरूरी पुर्जों का निर्माण कर रहा है।
और यह उस जगह से एक घंटे की दूरी पर है जहां चीन अपने परमाणु मिसाइल बनाता है। ट्रंप ने अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके प्रशासन को अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर जिम्मेदार ठहराया।
ट्रंप ने कहा कि यह दुनिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक, मजबूत रनवे के साथ मजबूत एव सबसे कड़े सुरक्षा वाला एयरबेस था।
हार्वर्ड पर डोनाल्ड ट्रंप का कड़ा ऐक्शन
यूनिवर्सिटी को अब नहीं मिलेगी टैक्स छूट
वॉशिंगटन, 02 मई (एजेंसियां)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की टैक्स छूट का दर्जा समाप्त कर दिया है। ट्रंप ने शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में इसकी घोषणा की। उनके आदेश के अनुसार अब हार्वर्ड को किसी भी दान पर टैक्स से छूट नहीं मिलेगी और यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है। ट्रंप ने इसे देश हित की ओर इशारा बताते हुए कहा। डोनाल्ड ट्रंप ने 2 मई 2025 को जारी बयान में कहा कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की टैक्स-फ्री इनकम से देश को कोई फायदा नहीं हो रहा है और वह इसका इस्तेमाल “राष्ट्रविरोधी विचारधारा” को बढ़ावा देने के लिए कर रही है।
उन्होंने कहा कि हार्वर्ड प्रशासन अंतरराष्ट्रीय छात्रों को जानबूझकर ज्यादा वीजा देता है, जिससे अमेरिकी छात्रों का हक मारा जाता है। साथ ही ट्रंप ने कहा कि हार्वर्ड में कई प्रोफेसर अमेरिका विरोधी गतिविधियों से जुड़े हैं, जिन्हें यूनिवर्सिटी प्रशासक नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी शिक्षा के क्षेत्र को मौजूदा अंतरराष्ट्रीय कंटेंट की मेहनजानी की बड़ी चुनौती ही है।