पाक जिंदाबाद के नारे लगाने वालों पर लगाम लगी होती तो सुहास की हत्या नहीं होती: आर. अशोक
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने अपना रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस सरकार ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाए जाने पर सख्त कार्रवाई की होती तो मेंगलूरु में हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या नहीं होती|
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या से मेंगलूरु में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है| मेंगलूरु बंद कर दिया गया है| जब २०१३ में सिद्धरामैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सत्ता में थी, तब ३६ हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी| उन्होंने पॉपुलर फ्रंट जैसे संगठनों पर इस तरह के कृत्य करने का आरोप लगाया|
कांग्रेस के सत्ता में आते ही पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे नारे लगाए जाने लगते हैं| अगर पाकिस्तान को अपमानित करने के लिए सड़क पर झंडा फहराया जाए तो महिलाएं उसे उठा लेंगी| उन्होंने कहा कि निर्दोष हिंदू कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है, जबकि उनके पास कोई हथियार नहीं है| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने युद्ध से इंकार कर दिया| पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले देशद्रोहियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने की बात कही|
देश तभी सुरक्षित रहेगा जब ऐसे देशद्रोहियों को गोली मारने का कानून बनेगा| मुझे नहीं पता कि सिद्धरामैया यह देखना चाहते हैं कि और कितने हिंदू कार्यकर्ता इसका शिकार बनेंगे| अगर लव जिहाद शुरू होने और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने पर सख्त कार्रवाई की गई होती तो ऐसी घटना नहीं होती| उन्होंने कहा कि वे बिगड़ती कानून व्यवस्था के बारे में सरकार को आगाह करेंगे| आपको कैसे पता चला कि सुहास जहां भी घूमता है उसके पास कोई हथियार नहीं होता? संदेह है कि इस मामले में पुलिस विभाग से ही जानकारी लीक हुई| जब ऐसी कोई घटना होती है तो मुख्यमंत्री सिद्धरामैया बहानेबाजी करते हैं| मंत्री दिनेश गुंडू राव को पाकिस्तान जिंदाबाद की परवाह नहीं है|

