घर में घुस कर मारे पांच खूंखार आतंकी

 ऑपरेशन सिंदूर से भारत को मिली कामयाबी

 घर में घुस कर मारे पांच खूंखार आतंकी

नौ आतंकी शिविरों को किया तबाह

नई दिल्ली, 10 मई (एजेंसियां)। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम लागू हो गया है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई शुरू की और पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए। आतंकी शिविरों में रह रहे कई आतंकी मिसाइल हमले में मारे गए, लेकिन भारतीय सेना को सबसे बड़ी कामयाबी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के पांच खूंखार आतंकियों को मारने से मिली, जिनकी भारत को अर्से से तलाश थी। मारे गए आतंकी सरगनाओं में मसूद अजहर का साला यूसुफ अजहर भी शामिल है, जिसने कंधार विमान अपहरण कांड में सक्रिय भूमिका निभाई थी और मूसद अजहर समेत कई आतंकियों को भारत की जेलों से छुड़वाया था। मसूद अजहर का बहनोई भी हमले में मारा गया है।

भारतीय सेना के मिसाइल हमले में मारे गए पांच बड़े आतंकी सरगनाओं में मुदस्सर खादियन खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल, हाफिज मुहम्मद जमील, मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब, खालिद उर्फ अबू अकाशा और मोहम्मद हसन खान का नाम शामिल है। मुदस्सर खादियन खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था और मुरीदके में मरकज तैयबा का प्रभारी था। उसे पाकिस्तानी सेना की ओर से सुपुर्द-ए-खाक के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जनाजे में पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की तरफ से पुष्पांजलि अर्पित की गई। जनाजे की नमाज एक सरकारी स्कूल में हुईजिसका नेतृत्व आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा के हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया। पाकिस्तानी सेना के एक लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी प्रार्थना समारोह में शामिल हुए। आतंकी हाफिज मुहम्मद जमील जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर और कुख्यात आतंकी सरगना मौलाना मसूद अजहर का बहनोई था। वह बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी भी था। युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाने में वह सक्रिय रूप से शामिल था। मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब भी जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर था। वह आतंकी मसूद अजहर का साला था। वह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था और भारतीय विमान आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित था। वह 1999 में हुई इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 के अपहरण में शामिल था। विमान को काठमांडू से दिल्ली आते वक्त हाईजैक कर लिया गया था। उस घटना में भारत को मजबूरी में तीन बड़े आतंकियों को रिहा करना पड़ा था जिनमें मसूद अजहर और ब्रिटिश-पाकिस्तानी आतंकी उमर शेख भी शामिल था। यूसुफ अजहर पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा था। वर्ष 2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के मामले में भी यूसुफ अजहर का नाम जुड़ा था।

खालिद उर्फ अबू अकाशा लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था। वह जम्मू कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था। अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में वह काफी सक्रिय था। उसे फैसलाबाद में सुपुर्द-ए-खाक किया गयाजिसमें पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल थे। आतंकी मोहम्मद हसन खान जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर था। वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश के ऑपरेशन कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। उसने जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाई।

Tags: