शैतानियत पर उतरा पाकिस्तान, भीषण बमबारी की
चार दिन में युद्ध विराम, चार घंटे में हुआ हराम
बीएसएफ के अधिकारी शहीद, आठ जवान गंभीर रूप से घायल
छह नागरिक मारे गए, सेना को सख्त कार्रवाई का आदेश मिला
नई दिल्ली, 10 मई (ब्यूरो)। पहलगाम हमले की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर को विराम देने की पाकिस्तानी अपील के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध विराम हुआ और चार घंटे बाद ही टूट भी गया। पाकिस्तान ने युद्ध विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू से लेकर पूरे सीमाई क्षेत्रों में भीषण बमबारी और गोलाबारी शुरू कर दी। रात नौ बजे पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर फायरिंग शुरू कर दी। श्रीनगर में देर रात तक धमाके सुने जाते रहे और उधमपुर में पाकिस्तानी ड्रोन नजर आए। पाकिस्तान ने जम्मू के आरएस पुरा क्षेत्र में शनिवार को भारी गोलाबारी की, जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आठ जवान घायल हो गए। इनमें से एक सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए। सात जवानों का उपचार जारी है। भारत सरकार ने सेना को पाकिस्तान से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि संघर्ष विराम लागू करने को लेकर डीजीएमओ स्तर पर बनी सहमति का उल्लंघन किया गया है। भारत इसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। सरकार ने ठोस और सख्त कदम उठाने के आदेश दे दिए हैं।
सीजफायर की घोषणा के तीन घंटे के अंदर ही पाकिस्तान ने इसकी धज्जियां उड़ा दीं। पाक सेना ने एलओसी और इंटरनेशनल बार्डर के कई सेक्टरों में गोलाबारी आरंभ कर दी थी। इसके लिए वह भारी तोपखानों का भी सहारा ले रहा है। पाक सेना ने एलओसी पर नौशहरा, अखनूर, और सुंदरबनी इलाकों में तोपखानों के मुंह खोलते हुए भीषण गोलाबारी आरंभ कर दी। लगातार चार दिनों तक भारतीय सेना के हाथों मार खाने के बाद पाकिस्तान ने बैलिस्टिक मिसाइलों के हमलों से जम्मू कश्मीर को आघात पहुंचाने की कोशिश की। मिसाइलों के अतिरिक्त उसकी वायुसेना के विमानों ने कश्मीर के उड़ी से लेकर जम्मू के पहाड़पुर सीमा चौकी तक हमले किए और बम भी गिराए। इन हमलों और मिसाइलों की बौछार में 6 नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है। दर्जनों घरों को क्षति पहुंची है। अपुष्ट समाचार के अनुसार श्रीनगर के पास पाक वायुसेना के दो विमान गिरा कर दो पायलटों को जिंदा पकड़ लिया गया।
सीजफायर की घोषणा होने के बाद पाकिस्तानी सेना ने शाम करीब 7:30 बजे सबसे पहले राजौरी के सुंदरबनी सेक्टर में गोलाबारी शुरू कर दी। हालिया तनातनी के बाद यह पहला मौका है जब पाकिस्तान ने सुंदरबनी सेक्टर में मोर्चा खोला। आरएसपुरा सेक्टर, कानाचक के ललयाल, मढ़ के गोल पटन, पुंछ, नौशेरा, सांबा, उधमपुर में भी धमाके सुनाई दिए। रात करीब साढ़े आठ बजे श्रीनगर में एक के बाद एक कई धमाके हुए। जम्मू में ड्रोन देखे जाने की बात सामने आई है।
सीजफायर की घोषणा के बाद लोग चर्चाओं में मशगूल हो गए कि अब शांति आएगी। पर, शाम 7:30 बजते ही पाकिस्तान की तरफ से सुंदरबनी और उससे सटे क्षेत्रों में पहली बार भारी हथियार से गोलाबारी की गई। सुंदरबनी के साथ लगते गांव पैली के युवा राहुल शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से दागे आर्टिलरी के गोले उनके गांव और जंगल में गिरे। इन धमाकों के साथ ही स्थानीय लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर ठौर लिया। उन्होंने बताया कि धमाकों की आवाज इतनी जोरदार थी कि लोगों के घरों के शीशे तक टूट गए। गोलाबारी के साथ ही ड्रोन से भी हमला किया गया जिसे हवा में ही मार गिराया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें पाकिस्तान और पाकिस्तानी फौज पर कतई भरोसा नहीं। छंब सेक्टर में भी सीजफायर का उल्लंघन हुआ है।
अरनिया व कानाचक में कम से कम तीन-तीन ड्रोन देखे गए। बीएसएफ ने दोनों जगह ड्रोनों को नष्ट करने के लिए फायरिंग की। सांबा में भी ड्रोन देखे गए। सांबा, राजौरी के साथ ही कठुआ में भी ब्लैकआउट कर दिया गया है। सायरन की आवाज भी गूंज रही है। आरएसपुरा सेक्टर में भी धमाके शुरू होते ही प्रशासन ने सायरन बजाकर अलर्ट किया। उधमपुर में फायरिंग की आवाजें गूंज रही हैं। जम्मू में ब्लैकआउट तो नहीं है, लेकिन लोगों ने खुद ब्लैकआउट कर दिया है। जहां लाइटें जलती दिख रहीं, वहां पुलिस बंद करा रही है। रामगढ़ क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से छोटे हथियारों से गोलीबारी की जा रही है। सेना सभी जगहों पर मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
पाकिस्तान की ओर से सुबह पांच बजे शुरू किए गए मिसाइलों के हमलों का निशाना जम्मू कश्मीर के शहर रहे हैं। जम्मू शहर में ही तीन मिसाइलें गिरी थीं। एक मिसाइल इस संवाददाता के घर से आधा किमी की हवाई दूरी पर भी गिरी जिसने घरों को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया। दूसरी करीब दो किमी की हवाई दूरी पर एक प्रसिद्ध मंदिर को निशाना बना कर दागी गई थी। जम्मू कश्मीर के जम्मू, नगरोटा, अखनूर, श्रीनगर, उधमपुर आदि में पाकिस्तान द्वारा दागी गई फतह-1 और फतह-2, शाहीन-एक और शाहीन-2 मिसाइलों से तबाही हुई थी। हालांकि इन मिसाइलों के हमले में किसी सैन्य प्रतिष्ठान को कोई नुकसान नहीं हुआ है। पर जम्मू में तीन नागरिकों जिनमें एक महिला भी शामिल है, की मौत हो गई। इसी तरह से राजौरी में पाक तोपखाने की गोलाबारी की चपेट में आने के कारण अतिरिक्त उपायुक्त राजकुमार थापा समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
पाक सेना द्वारा कल रात को की गई भीषण गोलाबारी के कारण कई घरों को क्षति पहुंची। लोगों में भगदड़ इसलिए हे क्योंकि इन इलाकों में इतने बंकर नहीं है जो उनके जान माल की रक्षा कर सकें। मिसाइलों के अतिरिक्त पाक वायुसेना ने आज तड़के कई इलाकों में भारतीय हवाई सीमा का उल्लंघन कर बमबारी करने की कोशिश की। अधिकारियों के बकौल, कई जगहों पर वह कामयाब भी रहा है। जबकि कई इलाकों में उनके लड़ाकू विमानों को मार भगाया गया। अपुष्ट समाचारों के अनुसार, श्रीनगर के आसपास के इलाकों में दो पाक विमानों को मार गिराया गया है और उनके दो पायलटों को जिन पकड़ लिया गया है।
पाक सेना ने सीजफायर को तोड़ते हुए इंटरनेशनल बार्डर पर भी 120 एमएम मोर्टार तथा मीडियम आर्टिलरी से गोले बरसाने आरंभ किए थे। भारतीय सेना भी पाक सेना द्वारा फिर से आरंभ की गई गोलाबारी का भरपूर जवाब दे रही है। कठुआ के सांजी मोड़ इलाके में ड्रोन हमलों की सूचनाएं भी मिली हैं। पर इनकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई थी। पर लोगों द्वारा इन ड्रोनों की वीडियो सोशल मीडिया पर साझा की जा रही हैं। हालत यह है कि दोनों मुल्कों के बीच सीजफायर की घोषणा के बावजूद जम्मूवासी दहशतजदा हैं। यह दहशत कितनी है इससे स्पष्ट होता था कि जम्मू के कई इलाकों में लोगों ने ब्लैकआउट कर रखा था और वे लाइटें जलाने का खतरा मोल नहीं लेना चाहते।