शिवकुमार समेत अन्य नेता परमेश्वर के समर्थन में खड़े हुए
ईडी छापेमारी का मामला
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के अलावा, अन्य नेताओं ने गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर के घर का दौरा किया, जो प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी से व्यथित हैं, और समर्थन व्यक्त किया| बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने फोन पर परमेश्वर से बात की, जानकारी जुटाई और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके साथ हैं|
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार अपनी बीमारी का इलाज कराने के बाद हाथों पर पट्टियां बांधे परमेश्वर के घर पहुंचे| उन्होंने काफी देर तक चर्चा की| लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली, हासन के सांसद श्रेयस पटेल, पूर्व सांसद और केपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रप्पा सहित कई अधिकारियों ने गृह मंत्री के आवास का दौरा किया और विचार-विमर्श किया| इस बीच, राज्य पुलिस महानिदेशक का कार्यभार संभालने वाले एम.ए. सलीम ने गुरुवार सुबह गृह मंत्री से मुलाकात की, उन्हें धन्यवाद दिया तथा आगामी दिनों में सहयोग का अनुरोध किया|
ज्ञातव्य है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर के स्वामित्व वाले शैक्षणिक संस्थानों पर छापे मारे हैं| प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने तुमकुरु के हेग्गेरे में सिद्धार्थ मेडिकल एजुकेशन इंस्टीट्यूट, मालुरुदीन में श्री सिद्धार्थ इंजीनियरिंग कॉलेज, हेग्गेरे में परमेश्वर के गृहनगर घर, तुमकुरु के बाहरी इलाके में पुराने एचएमएस कॉलेज और नेलमंगला के पास सिद्धार्थ मेडिकल एजुकेशन इंस्टीट्यूट पर छापा मारा है| अधिकारी बुधवार सुबह ९ बजे अलग-अलग कारों में पहुंचे और गहन निरीक्षण किया| परमेश्वर के घर और शैक्षणिक संस्थानों पर छह साल पहले आयकर विभाग ने छापेमारी की थी|
हाल ही में परमेश्वर ने तुमकुरु के बाहरी इलाके में स्थित एचएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज को पूर्व कांग्रेस विधायक शफी अहमद से खरीदा था| ऐसा माना जा रहा है कि इस दौरान बड़ी मात्रा में वित्तीय लेनदेन हुआ| परमेश्वर ने मैसूरु में एक अंतर्राष्ट्रीय आवासीय विद्यालय भी शुरू किया| ऐसी भी जानकारी है कि कुछ संपत्ति लेनदेन भी हुआ है| यह पता चला है कि इस संदर्भ में शैक्षणिक संस्थानों पर हमले किए गए हैं| सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड इंजीनियरिंग कॉलेज में न केवल देश के विभिन्न राज्यों से बल्कि विदेशों से भी छात्रों का दाखिला लेना आम बात है| इस संदर्भ में, वित्तीय लेनदेन विभिन्न रूपों में होते हैं|
कहा जा रहा है कि इनमें से कुछ पीएमएलए अधिनियम के दायरे में आएंगे| समझा जाता है कि प्रवर्तन निदेशालय ने इस संदर्भ में तलाशी अभियान चलाया है| डॉ. जी. परमेश्वर, जो हमले की सूचना मिलने के समय बेंगलूरु में थे, अपनी पत्नी कनिका के साथ एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गए थे|