बारिश से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना सरकार की जिम्मेदारी: डीके शिवकुमार
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि बारिश के पानी से होने वाली आपदाओं को रोकने के लिए स्थायी समाधान खोजना सरकार की जिम्मेदारी है| उन्होंने गुरुवार को विधान सौधा परिसर में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, हम यह करेंगे| शिवकुमार बेंगलूरु विकास एवं नगर नियोजन विभाग के भी प्रभारी हैं|
जब उनसे बारिश के कहर और राहत उपायों के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो अधिक बारिश की कामना करता हूं| जितनी अधिक बारिश होगी, उतना ही हम समझ पाएंगे कि क्या ठीक करने की जरूरत है| हाल ही में मुख्यमंत्री सिद्धरामैया के नेतृत्व में झील विकास प्राधिकरण के संबंध में एक बैठक हुई थी और हमने एहतियाती बैठक भी की है|
बेंगलूरु में वर्षा जल निकासी नालों के विकास को पूरा करने के लिए २,००० करोड़ रुपये की परियोजना तैयार की गई है| उन्होंने कहा बारिश से जुड़ी समस्याओं को लेकर लोगों में गुस्सा है| इसलिए मैंने शहरी नियोजन प्राधिकरण को निर्देश दिया है कि वह निचले इलाकों में बेसमेंट पार्किंग के निर्माण पर रोक लगाने के लिए नियम बनाए| कुछ इलाकों में, भले ही पानी का स्तर कम हो, भूजल अंदर चला जाता है और पानी निकालने के प्रयासों के दौरान दो लोगों की जान चली गई|
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हमने बफर जोन के भीतर स्टॉर्मवॉटर ड्रेन के दोनों तरफ सड़कें बनाने का फैसला किया है| इससे ५० फुट चौड़ा सुरक्षा मार्जिन सुनिश्चित होगा| इस पहल से नालों से गाद निकालने और लोगों की आवाजाही को आसान बनाने में भी मदद मिलेगी| बुधवार को बारिश प्रभावित इलाकों के निरीक्षण के दौरान कुछ लोगों द्वारा उनसे मिलने से इनकार करने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कई लोग हमसे मिले और हमारे खिलाफ आवाज भी उठाई| मैंने उनकी सभी शिकायतें सुनीं|
परेशान लोगों का गुस्सा जाहिर करना स्वाभाविक है| हम उनकी समस्याएं सुनने और उनका समाधान करने के लिए यहां हैं| जब भी जरूरत होगी मैं उनसे मिलूंगा| भले ही मैं सैकड़ों लोगों से सीधे न मिल सकूं, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि मैं उनका प्रतिनिधित्व करने वालों से मिलूं| कुछ लोग हमारी आलोचना करते हैं, जबकि अन्य हमारे काम की सराहना करते हैं| बेंगलूरु शहर में २११ स्थानों पर बारिश से संबंधित समस्याएं थीं| इनमें से १६६ क्षेत्रों में समस्याओं का समाधान हो चुका है| ४४ स्थानों पर अभी भी काम बाकी है, जिनमें से २४ में काम चल रहा है| विपक्ष केवल राजनीति करने के लिए है और वे ऐसा करना जारी रख सकते हैं|
हम उनके सुझावों का स्वागत करते हैं| भाजपा के इस आरोप का जवाब देते हुए कि राज्य सरकार द्वारा २,००० करोड़ रुपये की परियोजना का उपयोग नहीं किया गया, उन्होंने कहा उनके कार्यकाल के दौरान, कोई राहत उपाय लागू नहीं किए गए| हमारी सरकार एक बार में स्टॉर्मवॉटर ड्रेन परियोजना को पूरा करने के लिए काम कर रही है| मैं विपक्ष के नेता आर. अशोक से एक बात कहना चाहता हूं, ऐसी समस्याएं केवल भाजपा विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में हो रही हैं|
ये मुद्दे उनके कार्यकाल के दौरान उचित काम न करने का परिणाम हैं| रामनगर जिले का नाम बदलने को लेकर आलोचना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा इस मामले पर कैबिनेट में चर्चा होने दीजिए| मैं बाद में आपको जवाब दूंगा|