बारह हेक्टेयर भूमि पर लगे पौधे नदारद हो गए
यूपी में पौधरोपण का जमीनी सच उजागर
अलीगढ़, 31 मई (एजेंसियां)। यूपी में पौधरोपण की सारी सच्चाई एक साल में ही सामने आ गई। जहां पर एक दिन में 6000 पौधे लगाए थे, आज वहां केवल गड्डे ही नजर आ रहे हैं, सारे पौधे सूख गए हैं।
अलीगढ़ के मथुरा रोड पर स्थित आसना-अजीतपुर में 12 हेक्टेयर भूमि पर 9 जुलाई 2024 को एक ही दिन में 6000 पौधे रोपने का दावा नगर निगम प्रशासन ने किया था। इस दिन महापौर और शहर विधायक के साथ कई अफसर पहुंचे थे। कहा गया था कि यह क्षेत्र हरियाली का एक बड़ा सेंटर बनेगा। लेकिन आज यहां एकदम उजाड़ है। गड्ढे खुदे हैं लेकिन पौधे गायब हैं। कई जगह पौधे सूखी डंडी में तब्दील हो गए हैं। यहां छह हजार तो छोड़िए 200 पौधे भी मुश्किल से ही दिखेंगे।
अलीगढ़ को हरा भरा बनाने के दावे किए जा रहे हैं। 14 जुलाई से जिले भर में अभियान शुरू होगा। इस साल जिले में 40 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य है। सभी विभागों को लक्ष्य का आवंटन कर दिया गया है। नगर निगम फिर से 16000 पौधे रोपने की तैयारी कर रहा है। आसना-अजीतपुर में फिर पौधे लगाए जाएंगे। लेकिन स्थिति पिछले वर्ष जैसे ही न हो यह सवाल फिर से उठने लगा है।
उद्यान प्रभारी (नगर निगम) डॉ. राजेश वर्मा ने कहा, आसना अजीतपुर में नगर निगम द्वारा 6000 पौधे रोपे गए थे। उन पौधों की नियमित देखभाल की भी व्यवस्था की गई थी। कुछ पौधे सूख गए हैं। जो बचे हैं उनकी देखभाल की जा रही है। गर्मी में पानी की भी व्यवस्था की जा रही है। क्षेत्रीय वन अधिकारी गौरव कुमार सिंह कहते हैं, जिले में हरियाली लाने के लिए इस बार भी विभागों को लक्ष्य तय किया गया है। पिछले साल लगाए गए पौधों की भी देखरेख की जा रही है। बकायदा उनकी जियो टेगिंग भी की जा रही है। पौधों का जीवन बचाने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को जिम्मा दिया गया है। यदि पौधे मुरझा जाते हैं तो उनके स्थान पर दूसरे पौधे लगाए जाएंगे।