कहीं हादसे का शिकार तो नहीं हुए पूर्व सीएम रुपाणी!
धीरे-धीरे बाहर आ रही हैं विमान हादसे की जानकारियां
अहमदाबाद, 12 जून (एजेंसियां)। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास एयर इंडिया का जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे। विजय रुपाणी भी लंदन जा रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री के भी हादसे का शिकार होने की आशंका है, फिलहाल इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
विजय रुपाणी ने राज्य के टूरिज्म कारपोरेशन का चेयरमैन रहने के दौरान खुशबू गुजरात की अभियान को मशहूर बनाया। गुजरात को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने का बहुत कुछ श्रेय रुपाणी को ही जाता है। रुपाणी समर्पित आरएसएस कार्यकर्ता रहे हैं। अगस्त 2016 में आनंदीबेन पटेल के जाने के बाद वह सीएम बने थे। वह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नजदीकी माने जाते हैं। जैन समुदाय से ताल्लुक रखने वाले रुपाणी को शीर्ष पद देकर भाजपा आलाकमान ने अल्पसंख्यकों में भी संदेश देने की कोशिश की है। रुपाणी का सौराष्ट्र के इलाके में प्रभाव माना जाता है। राजनीतिक तौर पर यह इलाका बेहद संवेदनशील माना जाता है। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से इसी इलाके में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा था।
रुपाणी साल 2006 से 2012 के बीच राज्यसभा के सदस्य रहे। वह जल संसाधन, खाद्य जैसे विभिन्न संसदीय कमेटियों के हिस्सा रहे हैं। वह 2013 में गुजरात म्युनिसिपल फाइनेंस बोर्ड के चेयरमैन बने थे। अक्टूबर 2014 में वह राजकोट पश्चिमी सीट पर हुए उप-चुनाव में बड़े अंतर से जीते थे। तत्कालीन विधायक वजूभाई रुपाला के गवर्नर बनने से सीट खाली हो गई थी। फरवरी 2016 में रुपाणी राज्य भाजपा अध्यक्ष बने। रुपाणी आनंदीबेन सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। राजनीति में उनकी एंट्री कॉलेज के दिनों में हुई। यहां वह एबीवीपी में शामिल हुए और 70 के दशक में नवनिर्माण आंदोलन का हिस्सा बने। वह जयप्रकाश नारायण के आह्वान पर हुए छात्रों के प्रदर्शन में शामिल होने वालों में सबसे आगे रहे। रुपाणी इमरजेंसी के दौरान भुज और भुवनेश्वर की जेलों में भी रहे। वह 1987 में पहली बार राजकोट नगर निगम में पार्षद बने। बाद में शहर की भाजपा इकाई के अध्यक्ष बने।