दिल्ली से लौटने पर मुख्यमंत्री विधायकों के साथ करेंगे कई बैठकें
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने दिल्ली से लौटते ही विधायकों के साथ कई बैठकें करने का फैसला किया है| सिद्धरामैया ने अलंदा विधायक बी.आर. पाटिल, सागर विधायक वेणुगोपाल, मोलकालूर विधायक एन.वाई. गोपालकृष्ण और कागवाड़ विधायक राजू कागे के साथ अलग-अलग चर्चा करने का फैसला किया है| कई विधायकों ने सरकार के प्रति अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की है और मंत्रियों और अधिकारियों के व्यवहार की आलोचना की है|
इससे सरकार की काफी फजीहत हुई है और विपक्षी भाजपा को विरोध का रास्ता अपनाने पर मजबूर होना पड़ा है| बी.आर. पाटिल और राजू कागे ने बार-बार अपने बयान दोहराते हुए कहा है कि उन्होंने वही कहा है जो हो रहा है, उन्होंने सच कहा है और इस सरकार में विधायकों का कोई महत्व नहीं है| कांग्रेस सरकार में पैसा नहीं होने की बात कहकर गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने फजीहत कराई थी|
अगले ही दिन उन्होंने यू-टर्न लेते हुए कहा कि हमने ऐसा नहीं कहा| बेलूर गोपालकृष्ण ने कहा था कि मंत्री जमीर अहमद खान को इस्तीफा दे देना चाहिए| अगले दिन उन्होंने अपना बयान भी वापस ले लिया| मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार बसवराज रायरेड्डी ने यह कहकर एक अलग तरह का भ्रम पैदा किया था कि भ्रष्टाचार हर समय मौजूद रहा है, और हमारे समय में भी है|
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री सिद्धरामैया इन सभी मुद्दों पर विधायकों और मंत्रियों से व्यक्तिगत रूप से चर्चा करेंगे| संभव है कि पहले बातचीत के लिए बी.आर. पाटिल को बुलाया जाए| इसलिए संभावना है कि जल्द ही विधायकों के साथ परामर्श बैठकों का सिलसिला शुरू हो जाएगा| इसके अलावा आलाकमान ने मुख्यमंत्री को अपने भ्रामक बयानों पर लगाम लगाने को भी कहा है और जल्द ही विधानसभा की बैठक बुलाने की उम्मीद है|